सेक्टर-33 पार्टी कार्यालय में हुए कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अरुण सूद सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे। शीला फूल सिंह के साथ उनके बेटे मनोज सिहान और समर्थक भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। मनोज युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव रहे हैं।
शीला नगर निगम की तीन बार डिप्टी मेयर भी रह चुकी हैं। इस बार गुटबाजी के चलते शीला फूल सिंह की कांग्रेस ने टिकट काट दी। उसके बाद से वह नाराज चल रही थी। उनके साथ कांग्रेस नेता प्रेमपाल चौहान भी भाजपा में शामिल हुए हैं। वह वार्ड नंबर 15 से टिकट मांग रहे थे लेकिन टिकट धीरज गुप्ता को दी गई।
पंजाब कांग्रेस को बड़ा झटका देखिये
बता दे की शीला फूल सिंह इस समय कांग्रेस के एआईसीसी की भी सदस्य हैं। वह कांग्रेस की प्रदेश महासचिव भी रही हैं। कांग्रेस में वह सेक्टर-25 से टिकट मांग रही थी लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दी। टिकट काटने के बाद भी किसी कांग्रेस नेता ने शीला फूल सिंह से बात नहीं की।
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उन्हें भाजपा में शामिल करवाने में हरियाणा की लॉबी ने मदद की है। शीला फूल सिंह इस समय धनास और सेक्टर-25 से पार्षद हैं लेकिन अब धनास और सेक्टर-25 अलग अलग हो गए हैं। शीला के भाजपा में शामिल होने पर इन सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को फायदा मिलेगा।
बताया जा रहा है की एक बार भी पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल खुद कह देते कि इस बार टिकट नहीं दी जा सकती तो वह खुद मना कर देती। बिना कारण बताए टिकट काटना सही नहीं था।
उनकी टिकट काटने से उनका धानक समाज भी नाराज है। इस बार कांग्रेस ने समाज से एक भी नेता को टिकट नही दी। शीला के बेटे मनोज सिहान का कहना है कि उनकी मां की टिकट काटने का सेक्टर-25 और धनास के लोगों में भारी रोष है। यह रोष कांग्रेस के खिलाफ निकलेगा भी। शीला फूल सिंह सेक्टर-38 वेस्ट में रहती हैं