अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच चीन ने दक्षिण चीन सागर में दो मिसाइलें दागी हैं। चीनी सेना ने जिन दो मिसाइलों का परीक्षण किया है, उनमें एक ‘कैरियर किलर’ बताई जा रही है, जो विमानवाहक पोत को नष्ट करने में सक्षम है। विश्लेषकों का मानना है कि यह मिसाइल अमेरिकी विमानवाहक पोतों पर हमले के इरादे से विकसित की गई है। अमेरिका ने गत माह दक्षिण चीन सागर में अपने एक विमानवाहक पोत बेड़े के साथ सैन्य अभ्यास किया था।
दक्षिणी हैनान प्रांत दागी मिसाइल
हांगकांग के चाइना मार्निग पोस्ट अखबार ने चीनी सेना के सूत्रों के हवाले से गुरुवार को अपनी खबर में बताया कि डीएफ-26बी और डीएफ-21डी मिसाइलों को बुधवार को दक्षिणी हैनान प्रांत और पार्सल द्वीप समूह के बीच वाले इलाके में दागा गया। ये परीक्षण चीन के उस दावे के बाद किए गए, जिसमें उसने कहा था कि अमेरिकी टोही विमान यू2 ने उसके प्रतिबंधित इलाके में प्रवेश किया था।
यूं ही कैरियर किलर नहीं है नाम
डीएफ-21डी का निशाना एकदम सटीक बताया जाता है। इसे सैन्य विशेषज्ञ ‘कैरियर किलर’ कहते हैं। उनका मानना है कि किसी युद्ध की स्थिति में यह मिसाइल अमेरिकी विमानवाहक पोतों को निशाना बनाने के इरादे से विकसित की गई प्रतीत होती है। जबकि दूसरी मिसाइल डीएफ-26बी है, जो परमाणु या पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम हो सकती है। चीन के रक्षा और विदेश मंत्रालयों ने इस खबर पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा
विश्व के सबसे व्यस्ततम व्यापार मार्गो में शुमार दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे क्षेत्र पर चीन अपना दावा करता है। इस विवादित समुद्री क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर वियतनाम और फिलीपींस भी दावा करते हैं। इसे लेकर बीजिंग का अपने पड़ोसी देशों के साथ तनातनी है। अमेरिका भी चीन के दावे का विरोध करता है। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में इस विवादित समुद्री क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों पर चीन के दावों को खारिज कर दिया था।
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