बिहार के महाविद्यालयों में दीक्षांत समारोह आयोजन की शुरुआत शनिवार को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अग्रणी महाविद्यालय सीएम साइंस कॉलेज में की गई। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह ने सर्वप्रथम महाविद्यालय स्तर पर दीक्षांत समारोह के आयोजन की प्रदेश स्तर पर पहली नींव रखने वाले सीएम साइंस कॉलेज परिवार को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मिथिला की हृदय स्थली पर अवस्थित इस महाविद्यालय में आना उनके लिए किसी तीर्थ से कम नहीं है। क्योंकि स्थापना काल से ही सारस्वत उपलब्धियों के लिए चर्चित रहने वाले इस महाविद्यालय को अनेक शिक्षा अनुरागियों ने समय-समय पर पल्लवित एवं पुष्पित करने का काम किया है।
अपने संबोधन में उन्होंने दीक्षांत समारोह को सही अर्थों में शिक्षा के अंत की बजाय आगे की शिक्षा का पूरे दमखम के साथ शुरुआत करने का अवसर करार देते हुए उपस्थित छात्रों को सफलता का कदम चूमने के लिए जीवन पर्यंत विद्यार्थी बने रहने का मंत्र दिया। व्यक्तित्व विकास के जरूरी पहलुओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने अपने जीवन में हमेशा जिज्ञासा एवं आत्मविश्वास जगाए रखने की छात्रों को सीख दी। कुलपति ने मिथिला के गौरवशाली इतिहास की विस्तार से चर्चा करते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वे ऐसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सतत प्रयत्नशील हैं जो नई पीढ़ी की आंखों में नया सपना और होठों पर आकर्षक मुस्कान लाने में सक्षम हो।
उन्होंने कहा कि इसमें तनिक भी संदेह नहीं कि सीएम साइंस कॉलेज मूलभूत जरूरतों की संकल्पनाओं के अनुरूप निरंतर कार्य कर रहा है। नैक मूल्यांकन के संदर्भ में यह विश्वविद्यालय में तो सबसे आगे है ही, प्रदेश स्तर पर भी अपनी उपलब्धियों के बूते मजबूत धमक रखता है। अपने संबोधन में उन्होंने महाविद्यालय द्वारा तैयार ‘विजन:2025’ को समय की मांग के हिसाब से व्यापक संकल्पना करार दिया।
समारोह में दीक्षांत अभिभाषण प्रसिद्ध वैज्ञानिक पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा ने प्रस्तुत किया । अपने संबोधन में उन्होंने सीएम साइंस कॉलेज को उपलब्धियों की खुद की खींची लकीर को बड़ा करने का जज्बा रखने वाला शैक्षणिक संस्थान बताते हुए इस महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को लेकर जनमानस में बढ़ी उम्मीदों की ओर इशारा किया। उन्होंने एक अच्छा नागरिक बनने के लिए जरूरी उपायों की चर्चा करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति की कामयाबी में उसका स्वयं का अनुशासन, सादगी और ज्ञान की प्राप्ति के लिए सतत साकांक्ष होना खास मायने रखता है।
अपने अभिभाषण में उन्होंने गीता के अनेक श्लोकों की चर्चा करते हुए इसमें निहित संदेश को जीवन में उतारने की सलाह दी। ज्ञान, विज्ञान व अभिज्ञान के क्षेत्र की मौजूदा जरूरतों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सतत सत्य का अन्वेषण ही सही मायने में विज्ञान का लक्ष्य है । उन्होंने कहा कि आदिकाल से भारत का दर्शन और भारतीय संस्कृति इसे परिलक्षित करता रहा है। महाविद्यालय के 1972 बैच के छात्र रहे सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन, नई दिल्ली के वरीय सदस्य इंदु शेखर झा ने बतौर विशिष्ट पूर्ववर्ती छात्र अपने संबोधन में प्रधानाचार्य डॉ प्रेम कुमार प्रसाद द्वारा एलुमनी एसोसिएशन के गठन की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानाचार्य के इस कदम से वर्तमान छात्रों को पूर्ववर्ती छात्रों से अपनापन और मार्गदर्शन सहज ही प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों एवं चुनौतियों के बावजूद महाविद्यालय जिस प्रकार से बहुआयामी शिक्षण पर जोर लगा रहा है, यह बिहार और भारत के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
इससे पहले महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ प्रेम कुमार प्रसाद ने महाविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियां गिनाई। अपने प्रतिवेदन में उन्होंने सीएम साइंस कॉलेज के ऊर्जा का स्रोत इसके निष्ठावान शिक्षकों एवं अनुशासित व कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ ही महाविद्यालय के प्रतिभावान अनुशासित विद्यार्थियों को करार दिया। अपने प्रतिवेदन में उन्होंने संचार क्रांति के वर्तमान दौर की मूलभूत आवश्यकताओं के मद्देनजर महाविद्यालय द्वारा तैयार किए गए ‘विजन: 2025’ के तहत सूचना प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल
इनीशिएटिव कार्यक्रम को गति प्रदान करने के लिए उठाए जा रहे कदमों की विस्तार से चर्चा की।
रसायन शास्त्र विभाग के वरीय शिक्षक डॉ अशोक कुमार झा के संचालन में आयोजित समारोह में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो जयगोपाल, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार मेहता ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपनी उपस्थिति दर्ज की।
समारोह में सत्र: 2015-18 के दीक्षांत समारोह के लिए निबंधित कुल 136 छात्र-छात्राओं को उपाधि-पत्र प्रदान किए गए। विभिन्न विषयों क्रमशः वनस्पति विज्ञान, रसायन शास्त्र, गणित, भौतिकी, जंतु विज्ञान व औद्योगिक रसायन प्रतिष्ठा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं क्रमशः विशाल कुमार झा, रजनीश कुमार, सरोज कुमार यादव, सुजीत कुमार साहनी, निशा भारती एवं जूही ज्योत्सना को संदर्भित विषय का ‘बेस्ट ग्रैजुएट अवार्ड’ प्रदान किया गया। महाविद्यालय स्तर पर सभी विषयों में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले गणित प्रतिष्ठा के छात्र सरोज कुमार यादव को ‘बेस्ट ग्रेजुएट ऑफ सीएम साइंस कॉलेज अवार्ड’ से नवाजा गया।
कार्यक्रम में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष डॉ रतन कुमार चौधरी, सीएम साइंस कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ रामकुमार मिश्र, सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ काशी कांत मिश्र, डाॅ तारानन्द झा, डॉ इंद्र नाथ मिश्र, विधान परिषद् सदस्य एवं महाविद्यालय के शिक्षक डॉ दिलीप कुमार चौधरी सहित अनेक महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य, विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के आयोजन में महाविद्यालय के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र संघ सदस्यों एवं छात्र-छात्राओं ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
दरभंगा से वरुण ठाकुर