महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर नहीं बन पा रही सहमति के बीच शिवसेना ने शनिवार को एक अहम बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की तरफ से बुलाई गई शीर्ष नेताओं की इस बैठक में शिवसेना 21 अक्तूबर को होने वाले चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन का भविष्य तय कर सकती है। भाजपा के साथ गठबंधन की वार्ता फेल होने की स्थिति में शिवसेना राज्य में सभी 288 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी । इन्हीं तैयारियों की समीक्षा के लिए यह बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ जिला और तालुका प्रमुख भी शामिल होंगे। साथ ही विधानसभा चुनाव में टिकट पाने के लिए जिन उम्मीदवारों का साक्षात्कार किया गया था, उन्हें भी बैठक में आमंत्रित किया गया है।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल आदि ने शीर्ष नेतृत्व को सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियों की जानकारी दी थी।
नहीं बन पा रही शिवसेना ओर भाजपा में सहमति
राज्य के मुख्य घटक दल होने के बावजूद भाजपा और शिवसेना विधानसभा चुनाव के लिए 2014 की राह में दिखाई दे रहे हैं, जब दोनों ने लोकसभा चुनाव में एकसाथ उतरने के बाद विधानसभा चुनाव में अलग-अलग लड़ा था।
तब राज्य की 288 सीटों में से 185 पर इन दोनों दलों ने कब्जा किया था। 2014 में भाजपा को 122 और शिवसेना को 63 सीटों पर जीत मिली थी, लेकि इन दोनों दलों के गठबंधन में उतरने पर यह आंकड़ा और बड़ा हो सकता था। इस बार भी दोनों दलों में यही अनबन चल रही हैं।
भाजपा जहां शिवसेना को अधिकतम 120 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का प्रस्ताव दे रही है। वहीं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बराबर बंटवारे और 2.5-2.5 साल के लिए दोनों पार्टियों को अपना-अपना मुख्यमंत्री बनाने का मौका मिलने की शर्त पर अड़े हुए हैं। हालांकि इससे पहले शिवसेना के एक शीर्ष नेता ने अपनी पार्टी के 135 सीटों पर तैयार हो जाने की बात भी कही थी
Written by: prachi jain
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