राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है। ताकि बालिकाओं और आधुनिक समाज में व्याप्त असमानताओं और भेदभाव के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। राष्ट्रीय बालिका दिवस के माध्यम से, विशेष विज्ञापनों और जागरूकता के माध्यम से केंद्र सरकार का उद्देश्य समाज में बालिकाओं के साथ समान व्यवहार करने और उन्हें शिक्षित करने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना है।
पहला राष्ट्रीय बालिका दिवस 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई पहल के एक भाग के रूप में मनाया गया था। इसलिए जब भारत अपने 13 वें राष्ट्रीय बालिका दिवस को मना रहा है। बालिका दिवस तो हम लगातार 13 साल से मनाते आ रहे है। क्या कही हम अब भी लड़कियो के साथ भेदभाव तो नही करते।
इन 10 चीज़ों को अपनी ज़िंदगी मे जरूर उतारे और इन्हें बेटियों के लिए जरूर करें
- बालिकाओं के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर, आइए हम लड़कियों के अधिकारों को पहचानें और उन्हें विश्व भर में एक बेहतर जीवन प्रदान करने के लिए समस्याओं का सामना करें , जो उन्हें एक बेहतर जीवन देने से रोकती है।
- आपके परिवार में एक लड़की के बिना, आपको समृद्धि, खुशी और महिमा नहीं मिल सकती है, हमेशा उसका सम्मान करें और उसकी देखभाल करें।
- लंबे समय से बालिकाओं के साथ भेदभाव होता आ रहा है, यह लंबे समय से है कि वे पीड़ित हैं। आइए हम उनके सम्मान को उन्हें वापस दें।
- सबसे खुशी का पल जब आपकी बेटी का जन्म होता है और सबसे दुखी पल जब वो विदा हो कर अपने ससुराल जाती है। तो अपनी बेटी के साथ अपनी ज़िंदगी के हर पल को जी लें।
- अगर आपको एक लड़की उपहार स्वरूप में मिली हैं तो निश्चित रूप से भगवान आपको सबसे ज्यादा प्यार करते हैं। क्योंकि अगर एक बेटा है जो हमेशा आपके साथ रहेगा, तो एक बेटी ही है जो आपकी देखभाल करेगी। इसलिए उसकी कद्र करें।
- ये दुनिया उस दिन जीने के लिए एक बेहतर जगह होगी जिस दिन बालिकाओं के अधिकार भी बराबर होंगे.… आइए हम इस सपने को सच करने के लिए तालमेल से काम करें।
- राष्ट्रीय बालिका दिवस हमें याद दिलाता है कि यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उन्हें वह महत्व दें, जिसके वे हकदार हैं और उनके खुशहाल जीवन के लिए मिलकर काम करते रहे।
- बेस्ट थिंग जो आप एक बालिका के लिए कर सकते हैं, उसे बढ़ने के लिए एक सुरक्षित वातावरण दें, ताकि वह भी अपने सपनो को जी सकें
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