चुनाव जीतने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पहली बार अमेरिका दौरे पर पहुंचे है। इस दौरे से पहले पाकिस्तान ने आतंकवादियों पर एक्शन लेने का ड्रामा किया है, जिसके तहत जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद को भी गिरफ्तार किया गया है।
प्रधानमंत्री इमरान खान की सोमवार को होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के पहले ही शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। बता दें की वाइट हाउस में सोमवार को होने वाली ये मुलाकात यादगार होने की बजाये पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई है। कुछ अमरीकी सांसदों ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू और ईसाई लड़कियों के अवैध रूप से धर्मांतरण का मुद्दा उठाया साथ ही डोनाल्ड ट्रंप से मांग किया है कि वह अपनी मुलाकात में इमरान खान को इस बारे में जरूर सूचित करें। अमेरिकी सांसदों का कहना है की पाकिस्तान की सरकार इसमें किसी तरह का ठोस एक्शन नहीं ले रही है। सांसदों ने चिट्ठी में लिखा है की अमेरिका द्वारा पकिस्तान को लगातार पहुंचाई जाने वाली मदद का कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है।
सांसदों के द्वारा पिछले एक साल में सिंध में पाए गए 681 HIV के पॉजिटिव केस के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति को सूचित किया गया है, जिसमें 537 तो बच्चे ही हैं और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि अमेरिका 283 अमेरिकी मिलियन डॉलर रुपये पाकिस्तान को हेल्थ सेक्टर के लिए दे चुका है।अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने इस बात का भी ज़िक्र किया है की, बीते दिनों पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों को अगवा करने की घटनाएं सामने आई थीं, जिसमें धर्म परिवर्तन और जबरन शादी का दबाव बनाते हुए हिंदू मूल की लड़कियों को निशाना बनाया गया था।
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Editor by- Mansi