यशस्वी गुप्ता की रिपोर्ट
पटयाला हाई कोर्ट के बहार कन्हैया कुमार की जम कर पिटाई हुई। लोगों ने घूसों और लातो से मारा। आज पट्याला हाई कोर्ट में कन्हैया कुमार की छरगशीट का फैसला होने वाला था पर वह एक बार फिर टाल दी गया है। जिसका मुख्य कारण पुलिस की लापरवाही है। पुलिस ने दिल्ली सरकर से क़ानूनी तौर पर मंजूरी नहीं ली थी जिसके तहत पहले पुलिस को मंजूरी लेनी होगी उसके बाद ही केस की सुनवाई होगी। चार्जशीट पर मंज़ूरी के लिए 10 दिन का समय दिया गया है 10 दिनों के बाद ही इस मामले की सुनवाई की जाएगी। जज ने पुलिस वालो को लताड़ते हुए कहा है कि पहले कानूनी तौर पर मंजूरी करवाई जाए वरना इस चार्जशीट का कोई मतलब नहीं बनता। अब सुनवाई 10 दिनों के लिए टल गई है ।
आज कन्हैया जैसे कोर्ट के बाहर पहुंचे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, जानिए फिर क्या हुआ उनके साथ-
जिस समय कन्हैया को पुलिस प्रोटेक्शन के साथ कोर्ट लाया जा रहा था उस समय कुछ लोगों ने अचानक उन सभी पर पत्थराव शुरू कर दिया। कन्हैया को बुरी तरह पिटा, कन्हैया के बयान के मुताबिक उसे 30 से भी ज़्यादा लोगों ने बुरी तरह पीटा है। वह सभी काले कोर्ट में थे उसके बाद उनमे से एक ने कन्हैया को धक्का दे कर ज़मीन पर गिरा दिया और फिर उसे लात मार मार कर अधमरा कर दिया। किसी तरह से पुलिस कन्हैया को हमलावरों से बचाते हुई कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट में दाखिल होने के बाद कन्हैया ने देखा की जो लोग उसे पीट रहे थे उनमे से एक उसका पीछा करते हुए कोर्ट रूम में आ गया था। तुरंत उसने ये बात अपने साथ आए जेएनयू के एक अध्यापक को बताई उन्होंने फ़ौरन इस बात की जानकारी वहा खड़े पुलिस को दी। पुलिस ने उससे पूछा की उसका नाम क्या है वह बिना कुछ बोले वहा से बहार निकल गया और पुलिस ने भी उसे बिना जांच के अंदर आने और बहार जाने की इजाज़त दे दी।
कन्हैया की वकील साहिबा ने इस मामले की जांच के लिए कहा है , उनका कहना है की “कोई भी ऐसे कोर्ट रूम में कैसे आ सकता है । पुलिस ने भी उसे अंदर आने की इजाज़त कैसे दे दी और जब पुलिस की लिस्ट में उस शख्स का नाम ही नहीं था तो उन्होंने उसे अंदर कैसे भेज दिया। “पूछताछ करने पर पता चला की मार पीट करने वाले कानून के वो वकील है जो सचाई की गुहार लगाते हैं, बातो से लड़ने वाले आज हिंसा पर उतर आए है। पुलिस अब चार्जशीट को सर्कार की मंज़ूरी दिलवाने में लगी है साथ ही उन लोगो का भी पता लगाया जा रहा है की वो कौन लोग थे जिन्होंने कन्हैया पर हमला किया था।