चारा घोटाले मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू यादव पर नकेल कसा जा रहा है। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि लालू यादव जेल में रहते हुए भी बाहर लगातार नेताओं और अपने करीबियों के संपर्क में है। शायद जेल के नियम के बारे में नहीं जानते है कि जेल में रहते हुए आप किसी से भी बात नहीं कर सकते।
जिसके बाद से रांची जिला प्रशासन सकते में आ गयी और लालू यादव की सिक्योरिटी को और भी बढ़ा दिया गया। लगातार उनके पेइंग वार्ड (नंबर 10की) तलाशी ली जा रही है लकिन अभी तक कुछ आपत्तिजनक समान पुलिस के हाथ नहीं लगी ।
नीतीश कुमार के बयान को तेजप्रताप ने खंडन कर कहा कि “जहाँ मेरे पिता है वहां चेकिंग भी होती है और ना ही उनके पास कोई फ़ोन है आ ना ही मेरी कभी उनसे बात हुए ये सरासर बेबुनियाद बातें है । लालू यादव के बारे में कहा कि मेरे पिता नियम का पालन करना अच्छी तरह से जानते है।” वहीं नीतीश कुमार के आरोप को जेल आईजी ने भी गलत करार दिया।
आपको बता दे कि नीतीश कुमार के बयान के बाद से लालू यादव के कमरे की घेराबंदी कर दी गई है। यहां तक की कमरे के बाहर स्कैनर लगा दिया गया है। डॉक्टर व सेवादार भी स्कैनर से होकर लालू यादव के पास जा रहे हैं। सीसीटीवी भी लगाया जा रहा है। बाहर से आये कोई भी ब्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दिया जा रहा है। फिलहाल दो लोगों को लालू के साथ रहने की अनुमति दे दिया गया है जिसमें एक खाने-पीने का ध्यान रख सके और दूसरा उनकी दवाओं का। इसके अलावा उनकी सुरक्षा में करीब 25 सुरक्षाकर्मी वा कुछ पदाधिकारी तैनात किये गए हैं।
Posted By : Rupak J