सेंट्रल डेस्क दीपक खाम्बरा – अनुच्छेद 35A पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होने वाली है, सुनवाई से पहले जम्मू-कश्मीर के 22 अलगाववादी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है, पुलिस ने कल शाम को यासिन मलिक और उसके बाद रात में जमात-ए-इस्लामी के नेताओं को हिरासत में ले लिया।
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नेताओं की गिरफ्तारी पर PDP नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री mehbooba मुफ्ती ने अलगाववादी नेताओं की पुलिस हिरासत का विरोध किया है, उन्होंने कहा पिछले 24 घंटों में, हुर्रियत नेताओं, जमात संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है, उन्होने कहा किस कानूनी आधार के तहत उनकी गिरफ्तारी जायज है? आप किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि उसके विचारों को कैद कर सकते हैं। महबूबा मुफ्ती कभी पाकिस्तान का गुणगान करती है तो वहीं अलगावादी नेताओं के प्रति प्रेम अक्सर दिखता रहता है।
जमात ने दावा किया 22 और 23 फरवरी की दरम्यानी रात में पुलिस और अन्य एजेंसियों ने एक व्यापक गिरफ्तारी अभियान चलाया और घाटी में कई घरों पर छापेमारी की, उसके केन्द्रीय और जिला स्तर के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया जिसमें अमीर डॉ. अब्दुल हमीद फैयाज और वकील जाहिद अली प्रवक्ता शामिल हैं।
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अनुच्छेद 35ए पर सुनवाई को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, साथ ही केंद्र सरकार ने सुरक्षाबलों की 120 कंपनियां जम्मू-कश्मीर भेजी है, एक कंपनी में 100 जवान होते हैं. अनुच्छेद 35A प्रावधान जम्मू कश्मीर के बाहर के व्यक्ति को जम्मू-कश्मीर में अचल संपत्ति खरीदने से प्रतिबंधित करते हैं।