प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रियों को कई नसीहतें दीं. मोदी ने अपनी कैबिनेट के मंत्रियों से कहा कि वे ऐसा कोई दावा न करें, जो पूरे ना किए जा सकें. इतना ही नहीं मोदी ने अपने मंत्रियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने मंत्रालयों में सलाहकारों की भूमिका में अपने रिश्तेदारों को नियुक्त न करें.
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मोदी ने मीडिया और सार्वजनिक तौर पर गैर जरूरी टिप्पणियों का हवाला दिया और मंत्रियों से स्पष्ट तौर पर कहा कि वे केवल तथ्यों को बताएं और वही दावे करें, जो पूरे किए जा सकें.
प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों से यह भी कहा कि वे अपने संबंधित मंत्रालयों में या विभागों में सलाहकारों की भूमिका में अपने रिश्तेदारों को नियुक्त नहीं करें.
शासन की ‘गति’ और ‘दिशा’ में सुधार करने के लिए मोदी ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए.
मोदी ने मंत्रियों से कहा कि उनका संवाद अपने मंत्रालयों के सचिवों जैसे शीर्ष अधिकारियों तक सीमित नहीं होनी चाहिए. उनका संवाद पदक्रम में अपेक्षाकृत निचले स्तर के अधिकारियों जैसे संयुक्त सचिवों, निदेशकों और उप सचिवों से भी होना चाहिए, ताकि इन अधिकारियों को लगे कि वे भी टीम का हिस्सा हैं.
मोदी ने कहा कि मंत्रियों को अधिकारियों को प्रोत्साहित और उत्साहित करना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मंत्रियों को सुबह साढ़े नौ बजे तक दफ्तर पहुंच जाना चाहिए और कुछ मंत्रियों को उनके निर्देश पर ध्यान देने की जरूरत है और उन्हें यह करना चाहिए.
Writen by – Heeta Raina
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