भारत के साथ रिश्ते खराब करके करोड़ों का घाटा उठा रहे पाकिस्तान के हुक्मरानों को अक्ल आ गई है। बता दे की पाकिस्तान ने अपने नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में कहा है कि भारत के साथ बैर नहीं करेंगे। पाकिस्तान के मुताबिक आने वाले दिनों में देश की विदेश नीति में पड़ोसी देशों के साथ शांति और आर्थिक कूटनीति को वह प्रमुखता देगा। इस 100 पन्ने की गोपनीय राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में कहा गया है कि भारत के साथ बिना कश्मीर मुद्दे के अंतिम समाधान के व्यापार और बिजनस रिश्ते को बढ़ाया जाएगा।
कश्मीर मुद्दे को लेकर परमाणु हथियार संपन्न भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है जिसके चलते व्यापार और आर्थिक रिश्ते भी खराब हो गए हैं। सुरक्षा नीति से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘हम अगले 100 साल तक भारत के साथ बैर नहीं करेंगे। इस नई नीति में बिल्कुल पड़ोसी देशों के साथ शांति पर जोर दिया गया है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर यदि बातचीत और प्रगति होती है तो इस बात की संभावना है कि भारत के साथ पहले की तरह से व्यापार और व्यवसायिक संबंध सामान्य हो सकते हैं।
कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध ठहर गए हैं। भारत के कश्मीर पर उठाए गए कदमों के जवाब में पाकिस्तान ने राजनयिक रिश्तों को कम कर दिया था और द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित कर दिया था वही पिछले साल फरवरी महीने में उस समय दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कुछ प्रगति होती दिख रही थी जब दोनों पक्ष एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन को रोकने पर सहमत हो गए थे। हालांकि यह प्रक्रिया इससे ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकी।
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने अपने नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में कहा है कि वह अब जिओ स्ट्रेटजिक की बजाय जिओ इकनॉमिक्स पर फोकस करेगा। पाकिस्तान की नीतियों में आ रहे इस बदलाव से उम्मीद है कि भारत के साथ रिश्तों में तल्खी कम होगी। हालांकि इस मामले में भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के लिए यह कहना आसान है लेकिन करना मुश्किल है। वही पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, ‘आर्थिक सुरक्षा नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में मुख्य मुद्दा होगा।’ अधिकारी ने कहा कि इस बदलाव के बाद भी भारत के साथ कश्मीर विवाद को पाकिस्तान के लिए ‘अहम राष्ट्रीय नीति’ के रूप में पहचान की गई है।
इसके अलावा पाकिस्तानी अधिकारी ने यह भी कहा कि नई दिल्ली में वर्तमान मोदी सरकार के अंतर्गत भारत के साथ मेलमिलाप की कोई संभावना नहीं है। बता दे की पाकिस्तान के पीएम इमरान खान नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को शुक्रवार को लॉन्च करेंगे। पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के केवल एक हिस्से को ही सार्वजनिक करेगा बाकी का हिस्सा गोपनीय रखा जाएगा। पाकिस्तानी सेना ने इस सुरक्षा नीति को बनाने में अहम भूमिका निभाई है। इस बीच माना जा रहा है कि विपक्ष नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर बवाल कर सकता है।