सेन्ट्रल डेस्क, अरफा जावेद- जहरीली शराब पीने की वजह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 100 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस मामले में अब तक 297 लोगों पर मुकदमा दर्ज करके 175 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। इसके साथ-साथ राज्य सरकार जहरीली शराब बनाने और बेचने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (रासुका) लगाने की तैयारी कर रही है। आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इस शराब को तैयार करने के लिए यूरिया, आयोडेक्स और ऑक्सिटॉसिन का इस्तेमाल किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस शराब को और ज़्यादा नशीली बनाने के लिए इसमें मरे हुए सांप और छिपकली को भी मिलाया जाता है। सांप और छिपकली मिलाने से व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद कर देता है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति की मौत हो जाती है।
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सरकार ने की मुआवजा देने की घोषणा
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे, जिसके बाद प्रशासन ने अवैध शराब बनाने और बेचने वालों के खिलाफ 15 दिनों का अभियान शुरु कर दिया है। इस अभियान की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा सरकार ने पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और इलाज करा रहे लोगों को 50-50 हज़ार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
इस तरह बनती है अवैध शराब
अवैध शराब बनाने के लिए डीजल, मोबिल ऑइल, यूरिया, आयोडेक्स और ऑक्सिटॉसिन आदि का इस्तेमाल किया जाता है। आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक, कच्ची शराब बनाने के लिए पुराने गुड़ और शीरे का भी इस्तेमाल किया जाता है। इस शराब को और ज़्यादा नशीली बनाने के लिए इसमें मरे हुए सांप और छिपकली को भी मिलाया जाता है, जिससे इसका सेवन करने वाले व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद कर देता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है।
प्रशासन की मिलीभगत
उत्तर प्रदेश में सरकार बदलने के बावजूद ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इससे ये साफ तौर पर पता चलता है कि जहरीली शराब का नेटवर्क बिना प्रशासन की मिलीभगत के नहीं चल सकता है। इसी क्रम में आबकारी मंत्री ने माना कि यूपी में कच्ची शराब बिकती है। बता दें कि इससे पहले भी यूपी में जहरीली शराब पीने की वजह से 10 लोगों की मौत हो गई थी।
अब तक 10 पुलिसकर्मी निलंबित
पुलिस का दावा है कि उन्होंने अब तक की कार्रवाई में 9269.7 बैरल अवैध शराब जब्त की है। इसके साथ-साथ पुलिस ने राज्य के कई जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। सहारनपुर में सस्पेंड किए गए 10 पुलिसकर्मियों में से 2 उप निरीक्षकों सहित 4 आरक्षी और गागलहोडी थाने में तैनात 1 उपनिरीक्षक और 2 आरक्षी शामिल हैं।
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