जबसे कोर्ट में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सहमति मिली है लगभग सब से ही राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है इस मंदिर के निर्माण को लेकर निर्माण समिति द्वारा तैयार योजना के अनुसार राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में कुल 6 देवी देवताओं के मंदिर का निर्माण करवाया जाएगा।
इस निर्माण कार्य को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा का कहना है कि मंदिर की नींव का निर्माण जोर-शोर से हो रहा है और इसके अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक हो जाने की उम्मीद है।
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समिति के अंतिम योजना के अनुसार, जन्मभूमि परिसर में विभिन्न देवी-देवताओं के 6 मंदिरों का निर्माण होगा। परिसर में भगवान सूर्य, भगवान गणेश, भगवान शिव, देवी दुर्गा, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा के मंदिर बनाए जाएंगे। आगे उन्होंने कहा, ‘विभिन्न देवी देवताओं के ये 6 मंदिर राम मंदिर की बाहरी परिधि में लेकिन परिसर के भीतर बनाए जाएंगे। हिंदू धर्म में भगवान राम की पूजा के साथ ही इन देवताओं की पूजा भी बहुत महत्वपूर्ण है।’
मिश्रा जी का कहना था कि नींव के पूरा हो जाने के बाद अक्टूबर के अंत से या नवंबर के पहले सप्ताह से मंदिर के आधार का निर्माण शुरू हो जाएगा। उनके कहे मुताबिक भव्य मंदिर की संरचना में पत्थरों को लगाने के लिए चार अलग-अलग स्थानों पर चार टावर क्रेन लगाए जाएंगे। वहीं इस 1 लाख 20 हजार वर्ग फुट चौड़े और 50 फुट गहरी नींव का निर्माण कार्य अक्टूबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि मंदिर ट्रस्ट ने अब नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर लाने के लिए नींव क्षेत्र पर चार अतिरिक्त परतें बनाने का निर्णय किया है।
दूसरी ओर राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के कहेनुसार, सीमेंट अधिक गर्मी सोखता है, जिससे वातावरण में गर्मी बढ़ेगी। इससे बचने के लिए मंदिर के निर्माण में सीमेंट का कम से कम उपयोग किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक राम मंदिर के सुपरस्ट्रक्चर के आधार के निर्माण में लगभग 3:30 लाख पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा मिर्जापुर स्थित दो निजी कंपनियों को पत्थर काटने और लगाने का ठेका दिया गया है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मिर्जापुर में केवल 10 से 12 घंटे ही बिजली आपूर्ति होने से पत्थर की कटाई और घिसाई का कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है ऐसे में माना जा रहा है कि जितने धीमी गति से पत्थरों को काटने और भेजने का काम होगा उतनी ही धीमी गति से राम मंदिर के निर्माण भी।
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