राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में इन दिनों हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है. आरजेडी प्रमुख अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ़्रेस के लिए पत्रकारों को बुलाया था लेकिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ़्रेस नहीं की. इसी बीच तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की छात्र इकाई के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस इस्तीफे ने सभी को चौंका दिया।तेज प्रताप के इस कदम से संकेत गया कि आरजेडी के परिवार में ‘सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है
तेज प्रताप ने अपने ट्वीट से पार्टी नेतृत्व पर भी निशाना साधा। शायराना अंदाज में कहा, ‘नादान हैं वह जो लोग मुझे नादान समझते हैं। कौन कितना पानी में है, सबकी है खबर मुझे।’ \
छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूँ।
नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं।
कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे।— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) March 28, 2019
तेज प्रताप की इस नारज़गी के पीछे की वजह उनके क़रीबियों को लोकसभा चुनाव का टिकट ना मिलना है. वो पार्टी के नेतृत्व से अपने कुछ ख़ास लोगों के लिए टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन आरजेडी ने उन सीटों पर दूसरे उम्मीदवारों को टिकट दिया है.
पटना विश्वविद्यालय के छात्र और छात्रों के हक की लड़ाई हमेशा लड़ने वाले गगन यादव को छात्र राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बहुत बहुत बधाई। उम्मीद है छात्र राजद के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष छात्रों के संघर्ष की लड़ाई लड़ते हुए छात्र राजद को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। pic.twitter.com/yHOMnOyxIn
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) March 27, 2019
माना जा रहा है तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी सहित पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बना रहे थे कि शिवहर सीट से अंगेश कुमार और जहानाबाद सीट से चंद्रप्रकाश यादव को टिकट दिया जाए.
लेकिन पार्टी ने दोनों ही सीटों पर अन्य उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं जिनका औपचारिक एलान होना बाक़ी है.
इससे साफ जाहिर हो रहा है कि बिहार में महागठबंधन की राजनीति में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। महागठबंधन के घटक दलों में सीटों के बंटवारे पर अभी भी टकराव उभरकर सामने आ रहा है। दरभंगा सीट पर अपनी दावेदारी को लेकर कीर्ति आजाद काफी मुखर हैं और उन्होंने पार्टी आलाकमान से कदम उठाने की मांग की है .