तेलंगाना के 39 मजदुर पिछले वर्ष सऊदी अरब गए। जहां उनको एक निर्माण कंपनी ने वादा किया की आपको रहना, खाना साथ में पैसा भी कंपनी के तहत दिया जायेगा। जिसके बदले में आपको काम करना पड़ेगा। जिसके बाद 39 मजदुरों को मजदूरी के लिए ले सऊदी अरब लाया गया। उनमे अधिकतर लोग निज़ामाबाद और अहिलवाद जिलों के रहने वाले थे।
इन मजदूरों को कम्पनी ने पिछले 6 महीनों तक वादे के अनुसार रहना, खाना और पैसा भी दिया, जबकि 6 महीनों बाद कथित तौर पर ना ही वेतन मिल रहा था ना ही पर्याप्त रूप से दो वक्त का खाना मुहैया करा रहे थे। उन मजदूरों का जीवन यापन करना सऊदी अरब में बहुत कठिन हो गया था। मजदूरों ने भारत वापस लौटने के लिए अपने तरफ से भरसक प्रयास किया लेकिन लौटने के लिए ना कोई आर्थिक मदद मिल रही थी ना दिशा निर्देशन का सही मार्ग की जानकारी ही।
जिसके बाद सऊदी अरब में फंसे भारतीय मजदूर ने ट्वीटर के जरिये तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी.रामा राव से उन्हें भारत वापस लाने में मदद के लिए अपील की थी।
जिसके बाद भारतीय दूतावास ने मामले को सज्ञान में हुए जांच-पड़ताल की। भारतीय दूतावास ने आख़िरकार सोमवार 17 जून को सऊदी अरब में जर्जर स्थिति में रह रहे मजदूरों को रिहा कराकर भारत लाया गया।
भारत वापस आने के बाद मजदूरों ने अपने परिवार से मिल सारी घटना को बयां किया और कैसे भारत सरकार और तेलंगाना सरकार ने मदद की वापस आने में जिसको लेकर मजदूरों शुक्रिया अदा किया।