महिलाओं में विटामिन डी की कमी सबसे अधिक होती है. हाल ही में आयी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय महिलाओं में यह बहुत ज्यादा है. आंकड़ों की मानें तो 70 प्रतिशत भारतीय महिलाओं में विटामिन डी की कमी पायी जाती है जिसके चलते महिलाओं में कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. विटामिन डी की कमी शरीर में धूप न लगने की वजह से होती है अभी भी भारत में अधिकतर भारतीय महिलाएं पूरे ढ़के हुए कपड़े पहनती है.
अधिकतर भारतीय महिलाएं पूरे दिन घर के अंदर काम करती है. खास कर उस समय जब सबसे ज्यादा विटामिन डी धूप से मिल रही होती है. सुबह के 8 बजे से लेकर 10 बजे तक सबसे ज्यादा विटामिन डी धूप से मिलता है महिलाएं इस समय घर के अंदर ही रहती हैं
बार-बार इंफेक्शन होना
विटामिन डी हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने का कार्य करता है। इसके साथ ही बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में भी मदद करता है। अगर ऐसे में आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाएगी तो इससे जल्दी बीमार और इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
थकान और कमजोरी महसूस करने का सबसे बड़ा कारण इसकी कमी होती है। अपने आहार में विटामिन डी से भरपूर चीजें जरूर शामिल करना चाहिए शरीर में खून की कमी के कारण भी ऊर्जा की कमी हो जाती है।
विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा यह कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। और हड्डियों के लिए कैल्शियम बहुत फायदेमंद होता है।
कई बार लोग शरीर में विटामिन डी की कमी के कारण डिप्रेशन के शिकार भी हो जाते हैं। अधिकतर यह समस्या वयस्कों में देखने को मिलती है।
शरीर में विटामिन डी की कमी के लक्षण में मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, हड्डियों में दर्द और हड्डियों का कमजोर होना शामिल है। बता दे की हड्डियों के कमजोर होने से फ्रैक्चर होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। कई बार शरीर में विटामिन डी की कमी तो होती है, लेकिन उसके लक्षण कुछ भी नजर नहीं आते हैं। अगर गर्भावस्था के समय ऐसा होता है, तो शिशु में भी इसकी कमी आ सकती है