सेन्ट्रल डेस्क, ज्योति : 4 फरवरी को पूरी दुनिया में वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। कैंसर से साल 2018 में पूरी दुनिया में करीब एक करोड़ लोगों की मौत हुई थी। वहीं, कैंसर की बीमारी के लक्षण का पता नहीं चलता है। कैंसर मौजूदा वक़्त की सबसे जानलेवा बिमारी है। इस बिमारी की सबसे खास बात यह है कि इसमें बीमारी का पता शुरुआत में नहीं चलता और ये धीरे-धीरे बढ़ जाती है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके होते ही लोग अपने अंतिम समय का इंतजार करने लगते हैं।
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कैंसर से शरीर के किसी भी हिस्से की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं। इसके कारण कैंसर बॉडी के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक फैल जाता है। धीरे-धीरे कैंसर पूरे शरीर को जकड़ लेता है। बता दें कि शरीर के किसी एक हिस्से में होने वाले कैंसर को प्राइमरी ट्यूमर कहते हैं। इसके बाद शरीर के दूसरे हिस्सों में होने वाला ट्यूमर मेटास्टेटिक या सेकेंडरी कैंसर कहलाता है।
कैंसर के स्टेज
कैंसर की पहली और दूसरी स्टेज में इसका ट्यूमर छोटा होता है। ये आस-पास के टिश्यूज की गहराई में नहीं फैलता है। यही वजह है कि इन स्टेज में ही कैंसर का पता लगने पर इसका इलाज संभव है।
तीसरे स्टेज में कैंसर बॉडी में विकसित हो चुका होता है और इसके अन्य अंगों में फैलने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, चौथी अवस्था कैंसर की आखिरी अवस्था होती है। इसमें कैंसर अपने शुरुआती हिस्से से अन्य अंगों में फैल जाता है। इसे मेटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है।