बिहार की सियासी हवाओं में बड़ा उलटफेर हुआ है। चिराग पासवान ने जेडीयू का साथ छोड़कर अपना अलग रास्ता चुना है। हालांकि एलजेपी, बीजेपी को अपना समर्थन जारी रखेगी लेकिन जेडीयू से चिराग पासवान ने अपना गठबंधन तोड़ लिया है। चिराग पासवान काफी वक़्त से न सिर्फ नीतीश कुमार की आलोचना करते रहे हैं बल्कि जेडीयू की भी खिलाफत कर रहे हैं। अब रास्ते अलग हो चुके हैं और वक़्त चुनावों का है तो चिराग पासवान ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर सीधा वार किया है। चिराग पासवान ने ओपन लेटर लिखकर अपने मन की बात जाहिर की है।
चिराग पासवान ने अपने पत्र में लिखा है कि मैं अपने पिता का अंश हूं बौर किसी हाल में भी हार नहीं मानने वाला हूँ। और ना ही किसी भी कीमत पर ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ की सोच को मिटने दूंगा। मैनें ये फैसला बिहार पर राज करने के लिए नहीं बल्कि नाज करने के लिए लिया है।
चिराग पासवान ने अपने ओपन लेटर में अपने पिता रामविलास पासवान का जिक्र करते हुए लिखा कि-पापा ने मुझे हमेशा कहा है कि कभी भी अकेले चलने से मत घबराना, अगर रास्ता और लक्ष्य सही होंगे तो लोग तुम्हारे साथ आएंगे। पापा-मम्मी और आप सभी के आशीर्वाद से अभी लम्बा रास्ता तय करना है।
चिराग ने जेडीयू से अलग होने के फैसले को बिहार के इतिहास का सबसे निर्णायक पल कहा है। चिराग ने लिखा कि ये 12 करोड़ बिहारियों के जीवन मरण का सवाल है क्योंकि हमारे पास बर्बाद करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा है। जेडीयू के किसी भी उम्मीदवार को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को बिहार से पलायन पर मजबूर करेगा।
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी। उम्मीद है कि मेरी ईमानदारी, मेहनत, निष्ठा और संकल्प की वजह से लोक जनशक्ति पार्टी को आपका आशीर्वाद मिलेगा और हम बिहार को फर्स्ट बनाएंगे।
वहीं चिराग पासवान ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील भी की है। उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ मजबूती से खड़े रहें और अपने उम्मीदवार को जिताने में पूरी ताकत झोक दें।