सीएम योगी ने आज लखनऊ में स्वामित्व योजना के तहत सात लाभार्थियों को पुश्तैनी जमीन के डिजिटल दस्तावेज सौंपे। इसके अलावा सीएम योगी ने कार्यक्रम के दौरान 11 जिलों के लाभार्थियों के साथ वर्चुअल संवाद भी किया। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि अब गांवों के हर शख्स को अपनी पुश्तैनी जमीन पर मालिकाना हक मिल सकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इस योजना से ना सिर्फ भूमि विवादों का समाधान होगा बल्कि लोगों को लोन लेने में आने वाली दिक्कतों से भी निजात मिलेगी। सीएम योगी ने कहा कि स्वामित्व योजना की शुरुआत कोरोना संकट के दौर में की गई है। अब उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत तेजी से और बेहतर काम हो रहा है।
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना से त्रस्त थी तब भारत सरकार गांवों में गरीबों की चिंता की।जिनकी जमीनों पर कब्जे हो रहे थे, अपनी ही पुश्तैनी जमीन पर मकान बनाने के लिए लोगों को कभी कभी लेखपाल तो कभी दबंगों को पैसा देना पड़ता था। स्वामित्व योजना से लोगों को दस्तावेज मिलेंगे और जमीन पर अधिकार भी मिलेगा।
सीएम योगी ने तकनीक की उपयोगिता का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना काल में तकनीक के फायदे सभी के सामने आए। अब यूपी में जमीनों की नापजोख का काम भी डिजिटल है और ड्रोन के जरिए सर्वेक्षण किया जा रहा है। सीएम योगी ने स्वामित्व योजना को नई क्रांति बताया। उन्होंने कहा कि इस नई क्रांति से गरीबों और किसानों को उनका अधिकार मिल रहा है। आज 11 जनपदों में इसका कार्य शुरू हो रहा है…