पश्चिम बंगाल का चुनावी रण ना सिर्फ तीखा होता जा रहा है बल्कि वार-पलटवार की सियासत लगातार जारी है। इस बीच आज विधानसभा चुनावों के पांचवें चरण की 45 सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच वोट डाले जा रहे हैं। मतदाता 319 उम्मीदवारों के भाग्य पर मुहर लगाने जा रहे हैं। इस चरण में तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन को काफी अहम माना जा रहा है। प्रदेश में पांचवें चरण में जिन छह जिलों में मतदान होना है उनमें उत्तरी परगना पार्ट-एक, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, पूर्वी वर्द्धमान पार्ट-एक और जलपाईगुड़ी शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने इस चरण के लिए अभियान की मूक अवधि को 24 घंटे बढ़ाने का फैसला किया था।ये फैसला पिछले शनिवार को चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार जिले में शीतलकुची विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र भीड़ के हंगामे और गोलीबारी की घटना को देखते हुए लिया गया। जिसमें दो अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई थी। चुनाव आयोग ने राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सुरक्षा का बंदोबस्त किया है और केंद्रीय और राज्य बलों को इसके लिए तैनात किया गया है।
पांचवें चरण में मतदान की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय बलों की 853 कम्पनियां तैनात की गई है। इस चरण में पिछले चरण के मुकाबले अधिक सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इससे पहले चौथे चरण में 44 सीटों के लिए मतदान के लिए 789 कंपनियों को तैनात किया गया था। चुनाव अयोग के सूत्रों ने बताया कि 853 कंपनियों में से केवल 283 कंपनियां 24 परगना जिला के लिए की गई है। चुनाव के दौरान कूच बिहार जैसी घटना फिर से न हो इसके लिए अहम इंतजाम किए गए हैं।