बिहार के रानी तालाब इलाके में 30 जून को हुए आत्महत्या को लेकर हुआ एक बड़ा खुलासा। पुलिस की छानबीन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सच सबके सामने आया। वह आत्महत्या नहीं बल्कि एक हत्या थी।
जानकारी के मुताबिक 30 जून को लड़की की हत्या के बाद पिता ने पुलिस को लिखित में अपना बयान दिया और कहा कि उसकी बेटी 29 जून को सबौर बाजार गयी थी। दिनभर बाजार से वह वापस नहीं लौटी तो उसे खोजने लगे। खोजने पर उनकी बेटी छोटी हटिया सबौर स्थित एक मकान में रात लगभग साढ़े आठ बजे पीयूष के पास से मिली। आरोपी पिता का कहना था कि उसकी बेटी ने पीयूष पर आरोप लगाया है कि वह उसे जबरदस्ती अपने घर ले गया और साथ गलत काम करने की कोशिश की।
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साथ ही आरोपी पिता ने यह भी कहा कि जब अगले दिन 30 जून को सभी लोग अपने काम पर चले गये तो इधर उसकी बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बेटी का कहना था कि 29 जून को पीयूष कुमार द्वारा अपहरण कर उसके साथ गलत काम करने और पीयूष के परिवार द्वारा टॉर्चर किये जाने की वजह से वह आत्महत्या कर रही है। जो कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद गलत साबित हुई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सच सबके सामने आया जिसके मुताबिक की लड़की का नाक और मुंह दबाकर उसकी हत्या की गई थी। इसके बाद उसे फांसी पर लटका दिया गया था ताकि किसी को भी यह न लगे कि उसे मारा गया है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा होते ही मृतका के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया।