शिव का भव्य दरबार भक्तों को समर्पित होने से पहले पूरी काशी मंत्रोच्चार और शंखनाद से गूंज उठेगी। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी के क्रूज से उतरकर हाथों में गंगाजल का कलश लेते ही घाट से लेकर गर्भगृह तक मौजूद बटुक व अर्चक रुद्री पाठ आरंभ कर देंगे। इसके साथ ही एलइडी के जरिए जुड़े काशी के सभी मठ, मंदिर व शिवालयों में शंखनाद व रुद्री पाठ शुरू हो जाएगा।
PM मोदी के धाम में प्रवेश करते ही मंत्रोच्चार से गूंजेगा बनारस
रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी के यजमान बनने से लेकर अनुष्ठान तक पूरी काशी मंत्रों से अभिसिंचित होती रहेगी। इस शृंखला से अयोध्या, मथुरा सहित प्रदेश भर के 27 हजार से ज्यादा मंदिरों को जोड़ा जा रहा है।
शिव भव्य दरबार काशी विश्वनाथ धाम में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगवानी डमरू दल करेगा। सुनहरी और नीली रोशनी से दमकते धाम के लोकार्पण समारोह की भव्यता देश ही नहीं पूरी दुनिया के सनातनधर्मी देखेंगे।
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शिव के पंचाक्षरी मंत्र के साथ ही रुद्री का अनवरत पाठ शिवभक्तों पर शिवकृपा बरसाएगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी 2 साल 9 माह बाद 13 दिसंबर को बाबा के धाम का लोकार्पण करेंगे।
शिव भव्य दरबार काशी विश्वनाथ -शहर भर में मंदिर परिसर से लेकर एक हजार स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है। जिस पर लोकार्पण समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
इसके साथ ही अयोध्या और मथुरा के अलावा देश भर के शिव मंदिरों में आयोजन की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी के धाम में प्रवेश करते ही मंत्रोच्चार और शंखनाद से देश भर के शिवालय गूंज उठेंगे।
काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी रवियोग में बाबा विश्वनाथ का राजोपचार विधि से पूजन करेंगे। इसके साथ ही बाबा का धाम शिवभक्तों को लोकार्पित हो जाएगा।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी ललिता घाट से हाथों में गंगाजल का कलश लेकर गर्भगृह तक पहुंचेंगे। पूजा -अर्चना के बाद, पहले पंचामृत फिर बाबा का विभिन्न नदियों के पवित्र जल से अभिषेक करेंगे। बाबा को चन्दन, विभूति, भस्म, माला, फूल, बेलपत्र, दूर्वा इत्यादि समर्पित करने के बाद आरती उतारेंगे।