सेन्ट्रल डेस्क- लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन कर लिया है। इस गठबंधन के बाद बीजेपी-शिवसेना आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ लड़ेंगे। बता दें कि इस गठबंधन के बाद शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव लड़ेगी। मंगलवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे बीजेपी के साथ गठबंधन करने के लिए इसलिए राजी हुए हैं क्योंकि बीजेपी का अपने गठबंधन साथियों के प्रति व्यवहार में बदलाव आया है। इस गठबंधन को लेकर शिवसेना अलग-अलग दावे कर रही है, लेकिन बीजेपी के साथ 25 साल पुराने गठबंधन को बरकरार रखना शिवसेना की राजनीतिक जरूरत के साथ-साथ मजबूरी भी है। इस गठबंधन के साथ महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण बनने के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं।
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सीएम फडण्वीस ने की गठबंधन की घोषणा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडण्वीस ने बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब बीजेपी और शिवसेना के बीच कोई गलतफहमी नहीं है। प्रदेश में बीजेपी और शिवसेना आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग बीजेपी-शिवसेना को लड़ाना चाहते हैं, लेकिन यह वक्त मतभेद भुलाकर एकजुट होने का है।
फडण्वीस आगे कहते हैं कि बीजेपी और शिवसेना पिछले 25 सालों से साथ हैं, पिछले विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियां अलग थीं, लेकिन फिर भी दोनों पार्टियों ने साथ मिलकर सरकार चलाई है। बीजेपी और शिवसेना सैद्धांतिक रूप से हिन्दूवादी पार्टियां हैं।
बीजेपी-शिवसेना 45 सीटों पर जीतेगी: शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि सभी कार्यकर्ता चाहते थे कि दोनों पार्टियां साथ में लड़ें और केंद्र के साथ-साथ राज्य में फिर से सरकार बनाएं। उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना और अकाली दल ने राजनीतिक युति और सिद्धांतों के आधार पर बीजेपी का हमेशा साथ दिया है। अमित शाह का मानना है कि बीजेपी-शिवसेना कम-से-कम 45 सीटों पर जीतेगी। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए दोनों पार्टियों ने बड़ा काम किया है।