भारत चीन विवाद फिर एक बार गरमा गया है। भारत ने पिछले सप्ताह उत्तरी सिक्किम के नाकू ला एरिया में वास्तविक नियंत्रण रेखा के जरिए चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया। इसमें दोनों देशों के सैनिक जख्मी हो गए।
आपको बता दें इसे लेकर भारतीय सेना की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि 20 जनवरी को दोनों सेनाओं के बीच मामूली झड़प हुई थी जिसे वहां लागू प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय कमांडरों ने सुलझा लिया था। बता दें कि रविवार को दोनों देशों के बीच 9वें राउंड की सैन्य वार्ता संपन्न होने के बाद यह मामला सोमवार को सामने आया है।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में सीमा पर दोनों देशों के बीच जारी तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच रविवार को नौवें दौर की सैन्य वार्ता संपन्न हुई। चुशूल इलाके के दूसरी ओर स्थित मोल्दो में आयोजित यह वार्ता 15 घंटे से भी अधिक चली।
यह वार्ता रविवार सुबह 11 बजे से शुरू हुई और सोमवार को 2:30 am बजे संपन्न हुई। सीमा पर तनाव को सुलझाने के क्रम में कई दौर की वार्ता हुई लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। इससे पहले 6 नवंबर 2020 को सैन्य वार्ता हुई थी।
भारतीय सेना ने अपना दमखम दिखाते हुए चीन की सेना के दांत खट्टे कर दिए। दरअसल चीन की सेना भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास कर रही थी जिसे रोकने के लिए वहां तैनात भारतीय सैनिकों ने हमला किया। जवाबी संघर्ष में 20 चीनी सैनिक व चार भारतीय जवान जख्मी हो गए। इससे पहले पिछले साल 15 जून को दोनों देशों की सेना के बीच पूर्वी लद्दाख स्थित गलवन घाटी के प्वाइंट 14 में हिंसक झड़प हुई थी। इसमें एक कर्नल समेत 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
गौरतलब है कि, दोनों देशों के बीच विवादों में पिछले साल लद्दाख का नाकू ला एरिया भी शामिल हो गया। पिछले साल अप्रैल-मई से सीमा LAC पर दोनों देशों के सैनिक तैनात हैं। 2017 में भारत और चीन के सेना डोकलाम में आमने-सामने थे।
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