छत्तीसगढ़ हमले में लापता हुए कमांडो राकेश्वर सिंह आज नक्सलियों के कब्जे से रिहा करा लिया गया है। सीआरपीएफ की कोबरा यूनिट के कमांडर राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। रिहाई के बाद उन्हें बीजापुर के सीआरपीएफ कैंप में वापस लाया गया है। माओवादियों ने बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में हमले के बाद उन्हें अगवा कर लिया था। इस हमले में 23 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 31 घायल थे। राकेश्वर सिंह के रिहा होने के बाद परिवार में जश्न का माहौल है।
दरअसल खबर है कि 210वीं कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट ऐक्शन यानि कोबरा के कांस्टेबल राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई के लिए प्रदेश सरकार ने दो प्रमुख लोगों को नक्सलियों से बात करने के लिए तय किया था। जिसके बाद जवान क रिहा कर दिया गया। राज्य सरकार द्वारा नामित दो सदस्यीय दल में एक सदस्य जनजातीय समुदाय से थे।
वहीं इसे लेकर बीजापुर के एसपी ने कहा है कि राकेश्वर सिंह को सुरक्षित रूप से वापस लाया गया है। उनकी मेडिकल जांच कराई जाएगी। जम्मू में कोबरा कमांडर के घर में नाच-गाने के बीच उनकी पत्नी मीनू ने कहा कि उन्हें अफसरों ने जानकारी दी है कि उनके पति सुरक्षित रूप से वापस आ गए हैं। उनका स्वास्थ्य अच्छा है। उन्होंने इसे अपनी जिंदगी का सबसे अधिक खुशी वाला दिन बताते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि पति सकुशल घर वापस आएंगे।
नक्सिलयों ने जवान की रिहाई के लिए सरकार से मध्यस्थ नियुक्त करने को कहा था। नक्सलियों की तरफ से बयान जारी किया गया था कि कि सरकार पहले मध्यस्थों के नाम की घोषणा करे इसके बाद बंदी जवान को सौंप दिया जाएगा, तब तक वो जनताना सरकार की सुरक्षा में रहेगा।