सेन्ट्रल डेस्क, अमित दत्त – रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने गुरुवार को एक बार फिर से मनी लान्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार ज्वाइंट डायरेक्टर और 2 डिप्टी डायरेक्टरों के नेतृत्व में ईडी की टीम ने वाड्रा से पूछताछ की । यह पूछताछ करीब 2 घंटों तक चली। ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को 12 फरवरी को जयपुर ऑफिस में भी पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वाड्रा से तकरीबन 5 घंटों तक पूछताछ की थी । सूत्रों के मुताबिक बुधवार को ईडी ने वाड्रा से 40 सवाल पूछे।
पूछताछ के दौरान वाड्रा ने लंडन में किसी भी तरह की संपत्ति होने से इंकार कर दिया है। इसके साथ-साथ वाड्रा ने कहा कि उनका संजय भंडारी से कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि भंडारी सिंटेक इंटरनेशनल के मालिक हैं और वाड्रा के दोस्त भी हैं। वहीं, कुछ दिनों पहले ही दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा था। बता दें कि वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी थी।
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क्या है पूरा मामला, अब तक क्या क्या हुआ ।
ये मामला लंडन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वेयर स्थित 19 लाख पाउंड (करीब 17 करोड़ रुपये) की एक प्रॉपर्टी की खरीदारी को लेकर कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है। जहां एक ओर बुधवार को रॉबर्ट वाड्रा ने लंडन में किसी भी तरह की संपत्ति होने से इंकार कर दिया है, वहीं ईडी दावा कर रही है कि ये संपत्तियां फरार आर्म्स डीलर संजय भंडारी के जरिए खरीदी गईं हैं और इसके असल मालिक वाड्रा हैं। इस मामले में ईडी मनोज अरोड़ा से भी पूछताछ कर रही है। बता दें कि मनोज अरोड़ा की गिरफ्तारी पर पटियाला हाउस ने 6 फरवरी तक अंतरिम रोक लगाई थी।
ईडी ने कोर्ट में बताया कि साल 2009 में पेट्रोलियम मंत्रालय की डील के बाद 13 जून, 2009 को सिंटैक के अकाउंट में 49.9 लाख अमेरिकी डॉलर का ट्रांजैक्शन हुआ था। इसमें से करीब 19 लाख पाउंड का इस्तेमाल भंडारी ने साल 2009 में लंदन में संपत्ति खरीदने के लिए किया था। ईडी का दावा है कि जिन पैसों से लंडन में संपत्ति खरीदी गई है, वो पैसे कंपनी को रिश्वत के तौर पर मिले थे।
सूत्रों के मुताबिक, भंडारी ने बाद में वाड्रा को इसी कीमत पर साल 2010 में यह संपत्ति बेच दी, जबकि भंडारी ने 65,000 पाउंड की लागत लगाकर इसका नवीनीकरण कार्य भी कराया था। ईडी ने कोर्ट में यह भी कहा कि जांच के दौरान लंदन में कई ऐसी संपत्तियों का भी पता चला, जिसके वाड्रा से जुड़े होने का अंदेशा है। ईडी ने एक ईमेल का भी जिक्र किया, जिसमें लंदन की संपत्ति के नवीनीकरण को लेकर बातचीत शामिल है।
Delhi: Robert Vadra arrives at the Enforcement Directorate office after a break, for questioning in connection with a money laundering case. https://t.co/kE29RJgxUH
— ANI (@ANI) February 7, 2019
वाड्रा ने लिखित में दिया सभी सवालों का जवाब
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्वाइंट डायरेक्टर और 2 डिप्टी डायरेक्टरों के नेतृत्व में ईडी की टीम ने वाड्रा से पूछताछ की। यह पूछताछ करीब 2 घंटों तक चली। इस पूछताछ में पूछे गए सभी सवालों को जवाब वाड्रा को लिखित में देना था। बता दें कि ईडी ने वाड्रा को 12 फरवरी को जयपुर ऑफिस में पेश होने के लिए कहा है।
सारे सवालों के जवाब दिए : वकील
दिल्ली की एक अदालत ने कुछ दिनों पहले ही वाड्रा को जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा था। बुधवार और गुरुवार को हुई पूछताछ के बाद वाड्रा की वकील सुमन ज्योति खेतान ने बताया कि वाड्रा ने ईडी के सारे सवालों के जवाब दिए हैं और उनपर लगे सभी आरोप झूठे हैं। सुमन ने आगे कहा कि वाड्रा जांच एजेंसी के साथ शत प्रतिशत सहयाग करेंगे।
मैं अपने पति के साथ हूं: प्रियंका वाड्रा
गुरुवार को वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय छोड़ने गईं प्रियंका वाड्रा का कहना है कि वे अपने पति के साथ हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या यह राजनीतिक बदला है, उन्होंने कहा कि हर किसी को पता है कि यह क्यों किया जा रहा है। वहीं बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रॉबर्ट वाड्रा पर निशाना साधाते हुए कहा है कि अगर वाड्रा जांच में सहयोग नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
गिरफ्तारी से बचने के लिए दायर की थी याचिका
रॉबर्ट वाड्रा ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में वाड्रा ने कहा था कि उन्हें जान-बूझकर कर निशाना बनाया जा रहा है और उनपर झूठे मुकदमे चलाए जा रहे हैं। उन्होंने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताया था। वाड्रा ने अपनी याचिका में कहा था कि वे कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं। इस याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट ने सुनवाई करते हुए वाड्रा को 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी थी।