क्या आपने कभी शौचालय में खाना बनते देखा है? क्या अपने कभी अपने बच्चों को शौचालय में बना खाना खिलाया है?
ये बात आपके मन में सवाल खड़ा कर सकती है,पर सच्चाई यही है।
तो हम आपको बताते है की आखिर क्या है शौचालय में चल रही रसोई की सच्चाई।
दरअसल ये मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है। जहां शौचालय का रसोई के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। शिवपुरी के आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों का खाना बनाने के लिए रसोई का स्थान नहीं मिलने पर एक नया तरीका अपनाया गया और शौचालय को ही रसोई के रूप में बदल दिया गया। आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता राजकुमारी योगी ने बताया कि ‘वह इस विषय में कई बार शिकायत कर चुकी है, पर सुनवाई ना होने के कारण मज़बूरी में उन्हें शौचालय का इस्तेमाल रसोई के रूप में करना पड़ा। यहां बच्चो के लिए नियमित रूप से भोजन बनता है और परोसा भी जाता है।’
बता दे की महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी ‘प्रियंका बुनकर’ ने भी शौचालय में खाना बनने की बात स्वीकार की है और उनका कहना है की जो शौचालय बना है वो आधा अधूरा है,तथा पानी की कमी के चलते उसका उपयोग शौचालय के रूप में नहीं हुआ।
इसकी जानकारी जब मध्य प्रदेश की मंत्री ‘इमरती देवी’ को दी गई तो उनका कहना था कि अगर टॉयलेट सीट और स्टोव के मध्य विभाजन है, तो शौचालय में खाना पकाने में कोई दिक्कत नहीं है।
Editor by- Mansi