भारतीय टेनिस टीम का कहना है कि अगले महीने होने वाले डेविस कप को पाकिस्तान में नहीं बल्कि कहीं और ऑर्गेनाइज किया जाए। सभी हैरान है कि अभी तक सिर्फ राष्ट्रीय महासंघ ने ही सिर्फ़ दोबारा सुरक्षा जांच की ही मांग क्यों की है। टूर्नामेंट को कहीं और ऑर्गेनाइज करने को लेकर लगातार बयान दे रहे (एआईटीए) के महासचिव ‘हिरण्मय चटर्जी’ ने अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) से सिर्फ पुन: सुरक्षा जांच की मांग की है। इससे खिलाड़ी और टीम परेशान है। इस मामले पर आपस मे सलाह मशवरा करने के बाद महासंघ से बात करने का फैसला किया।
आपको जानकारी के लिए बता दे कि भारतीय कप्तान ‘महेश भूपति’ ने भी एआईटीए से टूर्नामेंट को कहीं और ऑर्गेनाइज करने को कहा था। वहीं एआईटीए ने कहा कि अगर आईटीएफ पुन: सुरक्षा जांच करने के बाद 14-15 सितंबर को होने वाले मुकाबले की इजाजत देता है तो वे वीजा की औपचारिकताओं को आगे बढ़ाएंगे। एआईटीए के अंदर का एक वर्ग इस बात से हैरान है कि हाल ही में भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा हटाने के बाद भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे विवादों के बाद भी सरकार ने इसके बारे में कोई कदम नहीं उठाया।
खबरों के अनुसार एक अधिकारी ने बयान देते हैं हुए कि हम समझते हैं ओलंपिक चार्ट में सरकार को कोई भी दखलअंदाजी करने की इजाजत नहीं होती लेकिन, यह सभी खिलाड़ियों की जिंदगी का सवाल है। भारतीय नागरिक जब भी विदेश में फंस जाते हैं तो उन्हें वापस लाना सरकार की ही जिम्मेदारी होती है। उनका यह भी कहा कि क्या भारतीय टेनिस खिलाड़ी देश के नागरिक नहीं है।
मौजूदा हालात को देखते हुए भी टूर्नामेंट को कहीं और ऑर्गेनाइज न कराने पर (एआईटी) की काफी आलोचना भी हो रही है।
एक और अधिकारी ने भी कहा है कि हमें समझ नहीं आ रहा की (एआईटी) स्पष्ट शब्दों में टूर्नामेंट को कहीं और ऑर्गेनाइज करने को क्यों नहीं कह रहा वह घुमा फिरा कर क्यों बात कर रहा है।
https://youtu.be/lcHyR53vnj0
Writen by- Ashish kumar
https://youtu.be/6GJKTbGeYvw