भारत में लोकसभा चुनाव अब अंत के समय में पहुँच चूका है और राजनीतिक पार्टियां भी अपने-अपने हिसाब से ताक़त लगा रही है और जमके चुनाव प्रचार करते नज़र आ रहे है । हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान आचार संहिता का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है लेकिन चुनाव आयोग सिर्फ हिदायत और भाषण देने पर बैन लगाकर छोड़ दे रहा है, जबकि यूक्रेन में आचार संहिता का उल्लंघन करने पर राष्ट्रपति बनने जा रहे जेलेंस्की पर जुर्माना लगा दिया। वजह उन्होंने मतदान होने के बाद अपना मतपत्र लोगों को सामने दिखाया था ।
वोलोदिमिर जेलेंस्की-
‘वोलोदिमिर जेलेंस्की’ का जन्म 25 जनवरी को 1978 को यूक्रेन ‘Kryvyi Rih’ में हुआ था। उन्होंने ‘लॉ’ में स्नातक हासिल करके ‘केवर्टल 95 स्टूडियो’के नाम से एक प्रोडक्शन हाउस खोला जिसमें फिल्म, कार्टून, और टीवी कॉमेडी शो चलाया जाता है। 2105 में उन्होंने ‘सर्वेंट ऑफ पीपुल’ के नाम से एक टीवी सीरीज चलाया। इसमें जेलेंस्की यूक्रेन के राष्ट्रपति का अभिनय करते नज़र आये थे। यह शो 2015 से लेकर 2109 तक चला। टेलीविजन शो के रूप में इसी नाम का एक राजनीतिक दल मार्च 2018 में बनाया गया था ।
जेलेंस्की का सफर राष्ट्रपति तक –
यह एक ऐसे चुनाव अभियान का असाधारण परिणाम है जो शुरू तो हुआ था मजाक के तौर पर लेकिन, उसने मतदाताओं को अपने साथ जोड़ लिया। मतदाता सामाजिक अन्याय, भ्रष्टाचार, और रूस समर्थित पूर्वी हिस्से में अलगाववादियों के साथ लड़ाई से तंग आ चुके थे। टीवी सीरीज ‘सर्वेंट ऑफ पीपुल’ के स्टार अब 4.5 करोड़ जनसंख्या वाले देश की बागडोर संभालेंगे। यूक्रेन में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव सम्पन हुआ जिसमें वोलोदिमिर जेलेंस्की और राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको आमने सामने थे । किसी तरह का राजनीतिक अनुभव नहीं होने के वाबजूद यूक्रेन की जनता ने उनपर भरोसा जताते हुए राष्ट्रपति के रुप में देश ने उनको चुना। 73.2 फीसद वोट हासिल कर वर्तमान राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको को हराया है। जेलेंस्की ने कहा, ‘‘मैं कभी आपको शर्मिंदा नहीं होने दूंगा। मैं सोवियत काल के बाद के सभी देशों से कह सकता हूं कि हमें देखिए, हर चीज संभव है।”
आरोप की वजह
उनपर आरोप लगाए जाने के कारण 21 अप्रैल को राष्ट्रपति पद के लिए हुए दूसरे चरण के चुनाव के दौरान अपने नाम के आगे टिक का निशान लगे मतपत्र पत्र गिराने से पहले पत्रकारों को दिखाया था जिसके चलते उन पर जुर्माना लगाया गया। राजधानी कीव की एक जिला अदालत ने मतदान की गोपनीयता की रक्षा करने वाले चुनावी कानून को तोड़ने के लिए सोमवार को जेलेंस्की पर 850 हरयवनास (32 अमेरिकी डॉलर यानी 2,255 रुपए) का जुर्माना लगाया।अदालत ने बताया कि जेलेंस्की ने अपराध स्वीकार किया है। वह अदालत में उपस्थित नहीं थे।
The other day, while I was at work, my cousin stole my apple ipad and tested to see if it can survive a 30 foot drop, just so she can be a youtube sensation. My
iPad is now broken and she has 83 views. I know this is entirely off
topic but I had to share it with someone!