कर्नाटक में सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राज्य में तीन उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया है. येदियुरप्पा ने लक्ष्मण सावदी, गोविंद एम करजोल और अश्वथ नारायण को राज्य का उप-मुख्यमंत्री बनाया है. लेकिन इन तीनों मेें सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम लक्ष्मण सावदी का है. सबसे पहली बात तो वह विधानसभा सदस्य भी नहीं हैं न ही वह विधान परिषद के सदस्य हैं.
लक्ष्मण सावदी को लेकर सबसे चौंकाने वाली जो बात है वह उनका ‘पोर्न गेट’ में नाम होना है. साल 2012 में कर्नाटक में बीजेपी की सरकार थी. डीवी सदानंद गौड़ा तब राज्य के मुख्यमंत्री थे. इस दौरान लाइव विधानसभा में सरकार के तीन मंत्री लक्ष्मण सवादी, सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमार मोबाइल पर पोर्न वीडियो देखते पकड़े गए थे.
कर्नाटक विधानसभा की लाइव कार्यवाही के दौरान सामने आए इस वीडियो ने राजनीतिक हलकों में तूफान ला दिया था. इसके बाद विपक्ष में रही कांग्रेस पार्टी और जद(एस) के सदस्यों ने वीडियो देखते पकड़े गए तीनों मंत्रियों को सदन से निलंबित करने और अयोग्य घोषित करने की मांग की थी. हालांकि तब तीनों विधायक इस्तीफा देने के लिए तैयार नहीं थे.
तब सीएम गौड़ा ने खुद कहा था कि अगर वे तीनों इस्तीफा नहीं देंगे तो वो सीएम की कुर्सी छोड़ देंगे. आखिरकार तीनों विधायकों को इस्तीफा देना पड़ा था. अब जब सावदी को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है तो बीजेपी के ही कई नेता इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. बीजेपी के विधायक रेनुकाचार्य ने सावदी को उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आखिर चुनाव हारे व्यक्ति को इतना बड़ा पद देने की क्या जरूरत है?
वहीं, दूसरी तरफ सरकार के लोग सावदी को उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उनका बचाव कर रहे हैं. सरकार के लोग कह रहे हैं कि ‘पोर्न गेट’ अब पुरानी बात हो गई है. इसके लिए वो सजा भुगत चुके हैं. इस कारण उन्हें डिप्टी सीएम बनाए जाने पर अब किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
Writen by – Heeta Raina
https://youtu.be/J30Xb7__sX0