महराष्ट्र में बारिश का कहर लगातार जारी है। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। बारिश के कारण सड़कें,कॉलोनियां भी पानी में डूब गई है। वहीं दूसरी ओर कोल्हापुर, सतारा, सांगली और अकोला में तो जल प्रलय जैसे हालात बन गए हैं। कोल्हापुर में पंचगंगा नदी में आए उफान के बाद हालात काफ़ी बिगड़ गए है और 50 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ में फंसे हैं।
कोल्हापुर में लगातार 15 दिनों से बारिश होने से जल एमरजेंसी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। खेत-खलियान, सड़कें जलमग्न है, यहां तक की लोगों के घर भी पानी में डूब चुके है। बारिश की वजह से स्कूल, कॉलेज बंद है। पश्चिमी महाराष्ट्र में लगातार बारिश के बीच पुणे से बेंगलुरु के लिए जाने वाले नेशनल हाईवे-4 पर लंबे जाम की स्थिति बन गई है।
कोल्हापुर में रेस्क्यू के लिए कुल 22 टीमों को लगाया गया है। एनडीआरएफ की 5 और नौसेना की 14 टीमें जिले में मौजूद हैं, इसके साथ ही 200 के करीब जवानों वाली सेना की एक कॉलम भी रेस्क्यू में लगी हुई है। रिहायशी इलाकों में एनडीआरएफ की टीम नाव के जरिए लोगों की जिंदगी को बचाने की कोशिश कर रही है। घरों से बच्चो, महिलाओं और बुज़ुर्गों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानो पर पहुँचाया जा रहा है।
आपको बता दें कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पुलिस बल के साथ-साथ एयरफोर्स और कोस्टगार्ड भी बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए तैनात किये गए है।
मुख्यमंत्री ‘देवेंद्र फडणवीस’ ने सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही गृह मंत्री ‘अमित शाह’ ने फडणवीस से बात की और बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि सांगली में राहत एवं बचाव कार्य में लगी एक नाव के पलट जाने से नौ लोग डूब गए और चार लापता हैं।
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Written by- Mansi