राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली सरकार की ओर से नई आबकारी नीति लागू की गई है। इस वजह से शराब की सभी प्राइवेट दुकानों को 1 अक्टूबर से बंद कर दिया जाएगा।
इस दौरान सिर्फ सरकारी शराब की दुकानों को ही खुलने की अनुमति होगी।
इस वजह से अगले 45 दिन तक दिल्ली में शराब की भारी किल्लत हो सकती है। यही नहीं, इससे शराब की दुकानों पर लंबी कतार लगने और शराब के बिक्री पर भी असर निश्चित तौर पर पड़ेगा।
क्या है नयी नीति
दिल्ली सरकार की नई नीति के अनुसार राजधानी में निजी शराब की दुकानें 1 अक्टूबर से डेढ़ महीने बंद रहेंगी, जो कि कुल शराब दुकानों की करीब 40 फीसदी है।
दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत 266 निजी शराब की दुकानों सहित सभी 850 शराब की दुकानें खुली निविदा के जरिए निजी कंपनियों को दे दी गई हैं।
वहीं नए लाइसेंसधारक शहर में शराब की खुदरा बिक्री 17 नवंबर से शुरू करेंगे।
हालांकि इस दौरान शराब की खुदरा बिक्री के लिए सरकारी शराब की दुकानें खुली रहेंगी, लेकिन ये सरकारी दुकानें भी 16 नवंबर को बंद हो जाएंगी।
दुविधा में हैं ग्राहक और दुकानदार
दिल्ली सरकार ने प्राइवेट दुकानों को 1 अक्टूबर से बंद करने का तो फैसला ले लिया है लेकिन दिल्ली की शराब की जरूरत को कैस पूरा किया जाएगा, इसकी कोई तैयारी नहीं की है। ऐसे में माना जा रहा है कि शराब माफिया इस मौके का पूरा फायदा उठा सकते हैं।
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