पश्चिम बंगाल के हुगली में सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए ममता बनर्जी समेत वामपंथी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जितनी भी सरकारें पश्चिम बंगाल में रहीं, उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षेत्र को अपने ही हाल में छोड़ दिया, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को, यहां की धरोहर को बेहाल होने दिया गया।
वंदे मातरम भवन जहां बंकिमचंद जी 5 साल रहे, कहते हैं वो तो बहुत बुरे हाल में है। पश्चिम बंगाल अब परिवर्तन का मन बना चुका है। आज पश्चिम बंगाल अपने तेज विकास के संकल्प को सिद्ध करने के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है।
पश्चिम बंगाल में हुगली में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा उस सोनार बांग्ला के निर्माण के लिए काम करेगी, जिसमें यहां का इतिहास, यहां की संस्कृति दिनों दिन और मजबूत होगी। ऐसा बंगाल, जहां आस्था, आध्यात्म और उद्यम, सबका सम्मान होगा। ऐसा बंगाल, जहां विकास सभी का होगा, तुष्टिकरण किसी का नहीं होगा।
ऐसा बंगाल, जो टोलाबाज़ी से मुक्त होगा, रोजगार और स्वरोज़गार युक्त होगा। आज मैं बंगाल के लोगों को ये विश्वास दिलाता हूं, जब बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी तो हर बंगाल वासी अपनी संस्कृति का गौरवगान कर सकेगा। कोई उसे डरा नहीं पाएगा, दबा नहीं पाएगा।
हुगली में PM मोदी ने कहा कि अब रेलवे को लेकर पश्चिम बंगाल में संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं। पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का बड़ा लाभ पश्चिम बंगाल को होने वाला है। इसका एक हिस्सा चालू भी हो चुका है, बहुत जल्द पूरा कॉरिडोर खुल जाएगा।
जिससे बंगाल में भी उद्योगों के लिए अवसर बनेंगे। इसी तरह जो विशेष किसान रेल शुरू की गई है, उसका लाभ आज पश्चिम बंगाल के छोटे किसानों को बहुत तेजी से मिलना शुरू हो रहा है। अभी हाल ही में 100वीं किसान रेल महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलाई गई।
हमारे देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का काम दशकों पहले हो जाना चाहिए था लेकिन हुआ नहीं। अब हमें देर नहीं करनी है। अब हमें एक पल भी रुकना नहीं है। इसलिए अब देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया जा रहा है। निवेश किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि वो वंदे मातरम जिसने आजादी की लड़ाई में नए प्राण फूंके, हमारे क्रांतिवीरों को नई ताकत दी, मातृभूमि को सुजलाम्-सुफलाम् बनाने के लिए प्रेरित किया। ‘वंदे मातरम’, सिर्फ इन दो शब्दों ने, गुलामी की निराशा में जी रहे देश को नई चेतना से भर दिया। ये वो धरती है जिसने राम कृष्ण परमहंस जैसे महान संत हमें दिए।
माउंट एवरेस्ट को मापने वाले महान गणितज्ञ राधानाथ सिगर, महान भाषाविद भूदेव मुखर्जी, ऐसे मनीषियों का भी नाता इस मिट्टी से रहा है। आप लोगों का ये उत्साह, ये उमंग, ये ऊर्जा कोलकाता से लेकर दिल्ली तक बहुत बड़ा संदेश दे रहा है। अब पश्चिम बंगाल परिवर्तन का मन बना चुका है।
मोदी ने आगे कहा कि जितनी भी सरकारें पश्चिम बंगाल में रहीं, उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षेत्र को अपने ही हाल में छोड़ दिया, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को, यहां की धरोहर को बेहाल होने दिया गया। वंदे मातरम भवन जहां बंकिमचंद जी 5 साल रहे, कहते हैं वो तो बहुत बुरे हाल में है।
मुझे हैरानी है कि इतने वर्षों में जितनी सरकारें यहां रही हैं, उन्होंने इस पूरे क्षेत्र को अपने हाल पर छोड़ दिया। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और धरोहर को बेहाल होने दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि मां-माटी-मानुष की बात करने वाले लोग, बंगाल के विकास के सामने दीवार बनकर खड़े हो गए हैं।केंद्र सरकार किसानों और गरीबों के हक का पैसा सीधे उनके बैंक खाते में जमा करती है।जबकि बंगाल सरकार की योजनाओं का पैसा टीएमसी के तोलाबाज़ों की सहमति के बिना गरीब तक पहुंच ही नहीं पाता।
ये वो धरती है जिसने राम कृष्ण परमहंस जैसे महान संत हमें दिए। माउंट एवरेस्ट को मापने वाले महान गणितज्ञ राधानाथ सिगर, महान भाषाविद भूदेव मुखर्जी, ऐसे मनीषियों का भी नाता इस मिट्टी से रहा है।
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