सेन्ट्रल डेस्क,अरफा जावेद- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तर्ज पर चलते हुए पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी ने उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ राज निवास के सामने विरोध कर रहे हैं। बता दें कि पुडुचेरी के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंजलके सदस्य मांग कर रहे हैं कि मुफ्त चावल बांटने की योजना के साथ-साथ 39 सरकारी प्रस्तावों को उपराज्यपाल मंजूरी दें। मुख्यमंत्री का कहना है कि उपराज्यपाल सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को रोक रही हैं।
NEWS 10 INDIA की लेटेस्ट खबरें और अपडेट्स जानने के लिए आप हमारे FACEBOOK पेज को लाइक करना ना भूलें। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें ।
NEWS 10 INDIA की खबरों को और अधिक विस्तार से जानने के लिए अब आप हमें Twitter पर भी फॉलो कर सकते है । क्लिक करें नीचे दिए लिंक पर ।
बता दें कि कांग्रेस और द्रमुक के नेता राजनिवास के फ्रंट गेट पर और अन्य मंत्री पिछले गेट पर धरना दे रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि पुडुचेरी की राज्यपाल को एक तरह से बंधक बना लिया गया है क्योंकि इस विरोध प्रदर्शन के चलते किरण बेदी का राजनिवास से निकलना दूभर हो गया है।
किरण बेदी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
किरण बेदी ने अपने पत्र में लिखा, ‘आपको धरने पर बैठने के बजाय मिलना चाहिए था। आप एक पत्र लिखते और राजनिवास की नाकाबंदी से पहले मेरे जवाब का इंतजार करते। इस नाकाबंदी के कारण आम जनता को असुविधा हो रही है। ‘ इस पत्र का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री का कहना है कि जब तक उनकी मांगो को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वे राजनिवास पर प्रदर्शन करते रहेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री नारायणसामी मांग कर रहे हैं कि मुफ्त चावल बांटने की योजना सहित 39 सरकारी प्रस्तावों को उपराज्यपाल मंजूरी दें। मुख्यमंत्री का आरोप है कि विभिन्न मामलों पर राज्यपाल की स्वीकृति के लिए भेजी गईं फाइलों को खारिज कर दिया गया है। राज्यपाल के इसी नकारात्मक रुख का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्री काले कपड़े के साथ राजनिवास के बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसके अलावा नारायणसामी का कहना है कि जागरूकता फैलाए बगैर उपराज्यपाल ने लोगों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया है, जो सीधे तौर पर उनकी मनमानी और लोगों को प्रताड़ित करने का मामला प्रतीत होता है।