यशस्वी गुप्ता की रिपोर्ट-
इस समय राम मंदिर का मुद्दा काफी गर्मा-गर्मी का विषय बना हुआ है। हर दिन लोग राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहें है। राम मंदिर को लेकर हर पार्टी की अपनी अलग-अलग राय है। कोई पक्ष मे है तो कोई विपक्ष में, हर नेता की अपनी अलग राय है। इन सब के बीच यूपी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर का कहना है की अगर राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो कहा बनेगा और हर धर्म का व्यकित फिर चाहे वह हिंदु हो या मुसलमान, सिख हो या ईसाइ हर कोई यही चाहता है की राम मंदिर अयोध्या में ही बने। पर अपने दुसरे बयान से लोगो को भ्रमित करते हुए यह भी कहा है की अयोध्या में राम मंदीर कहा बनेगा यह फैसला हमें सुप्रीम कोर्ट पर छोड देना चाहिए। बता दे, इस मामले मे सुनवाई की तारीख 10 जनवरी की है।
फारुख अब्दुल्लाह ने भी इस पर अपना बयान देते हुए कहा है की हमें इस मामले को कोर्ट में न घसीट कर खुद ही बैठ कर सुलझा लेना चाहिए, उनका कहना है की भगवान राम केवल हिंन्दुओ के ही नहीं थे बल्कि उन पर सबका बराबर का हक था। और उन्होने यह भी कहा है की जिस दिन राम मंदिर बनेगा उस दिन वह भी मंदिर के लिए ईट प्रदान करेंगे।
आरएसएस और शिवसेना इस पर लगातार जोर बनाए हुए है। और कुछ समय पहले शिवसेना अपने कार्यकरताओ के साथ आयोध्या में राम मंदिर की मांग को लेकर पहुंची थी, वही पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनो ने भारत को धमकी देते हुए कहा है की यदि राम मंदिर बना तो भारत को इसका अंजाम भुगतना पडेगा।