प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश के लोगों से फिर संवाद किया है। कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश के अंदर जल संरक्षण पर जोर दिया है। पीएम मोदी ने देश के लोगों से जल संरक्षण पर जोर देने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि जल हमारे लिए जीवन भी और आस्था भी। जल विकास की धारा है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पानी, एक तरह से पारस से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। कहा जाता है पारस के स्पर्श से लोहा, सोने में परिवर्तित हो जाता है। वैसे ही पानी का स्पर्श जीवन के लिए जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिनों बाद मार्च महीने में ही 22 तारीख को वर्ल्ड वाटर डे भी है। साथियो, एक समय था जब गांव में कुएं, पोखर, इनकी देखभाल, सब मिलकर करते थे, अब ऐसा ही एक प्रयास, तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में हो रहा है. मध्य प्रदेश के अगरोथा गांव की बबीता राजपूत जी भी जो कर रही हैं, उससे आप सभी को प्रेरणा मिलेगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में असम का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि असम में हमारे मंदिर भी, प्रकृति के संरक्षण में, अपनी अलग ही भूमिका निभा रहे हैं, यदि आप, हमारे मंदिरों को देखेंगे, तो पाएंगे कि हर मंदिर के पास तालाब होता है।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि जब प्रत्येक देशवासी गर्व करता है, प्रत्येक देशवासी जुड़ता है, तो आत्मनिर्भर भारत, सिर्फ एक आर्थिक अभियान न रहकर एक नेशमल स्पिरिट में तब्दील हो जाता है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने नेशनल साइंस डे की भी शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन भारत के महान वैज्ञानिक डॉक्टर सी.वी. रमन जी द्वारा की गई ‘रमन इफेक्ट’ खोज को समर्पित है। हम जैसे दुनिया के दूसरे वैज्ञानिकों के बारे में जानते हैं, वैसे ही हमें भारत के वैज्ञानिकों के बारे में भी जानना चाहिए।