जी हाँ भारत के नायक हों या कलाकार, पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ने में माहिर हैं।
फ़िलहाल बात करें बॉलीवुड की सदी के महानायक की.. तो इनके जलवे ऐसे रहे हैं कि इनके आने की खबर से ही पूरी जनता दीवानी हो गयी। हालात ऐसे हो गए कि पूरे होटल और आस पास के क्षेत्र को सैनिक छावनी में बदलना पड़ा।
भारतीय फ़िल्मों का मुरीद
बात तब की है अफगानिस्तान में हालात इतने ख़राब नहीं थे और बॉलीवुड की कई मशहूर फिल्मों की शूटिंग में होती थी। ऐसी फ़िल्मों में हेमा मालिनी और फिरोज खान की फिल्म ‘धर्मात्मा’ से लेकर एक्टर अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी की फिल्म ‘खुदा गवाह’ तक शामिल है।
लेकिन ये बात तब की है जब अफगानिस्तान अशांत नहीं था और वहां तालिबान संगठन प्रभाव में नहीं था। उस वक्त अमिताभ बच्चन की फिल्म की शूटिंग अफगानिस्तान में हुई थी।
हालांकि मुजाहिदीन संगठन देश में तब भी मौजूद था। लेकिन खास बात तो यह है कि मुजाहिदीन ने जब अमिताभ बच्चन के आने की खबर सुनी तो उन्होंने वहां अपनी सभी आतंकी घटनाएं रोक दीं।
अमिताभ बच्चन के अफगानिस्तान आने की खबर सुनकर मुजाहिदीन ने सभी आतंकी गतिविधियां रोक दी थीं और तत्कालीन प्रशासकों के साथ समझौता भी कर लिया था।
निर्देशक ने किया खुलासा
इस बात की पुष्टि स्वयं फिल्म के निर्देशक मुकुल आनंद के भाई राहुल आनंद ने की है एक इंटर्व्यू में की थी।
राहुल आनंद ने इंटरव्यू में बताया है कि ‘खुदा गवाह’ की शूटिंग के वक्त मोहम्मद नजीबुल्लाह अहमदजई वहां के राष्ट्रपति थे।
उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा, “राष्ट्रपति नजीबुल्लाह के कार्यकाल में भी मुजाहिदीन का खौफ पूरे अफगानिस्तान में था।”
राहुल आनंद ने आगे बताया, “ जब मुजाहिदीन गुट को पता चला कि अफगानिस्तान में खास अमिताभ बच्चन और डैनी शूटिंग के लिए आ रहे हैं तो उन्होंने कोई आतंकी घटनाएं नहीं कीं।”
मुजाहिदीन के बारे में यह भी कहा जाता था कि वह अमिताभ बच्चन के काफी बड़े फैन थे। इतना ही नहीं अमिताभ बच्चन के आने क़ी खबर सुनकर उन्होंने सरकार से समझौता कर लिया था।
मुजाहिदीन गुट ने किया समझौता
अमिताभ बच्चन को देखने के लिए किये गए समझौते में मुजाहिदीन ने सरकार से वादा किया था कि जब तक वह और डैनी अफगानिस्तान में फिल्म “खुदा गवाह” की शूटिंग करते रहेंगे, वह कोई भी हमला या विस्फोट वहां नहीं करेंगे।
लेकिन मुजाहिदीन गुट के इस आश्वासन के बाद भी, अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति नजीबुल्लाह ने में शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन और डैनी को पूरे क्रू के साथ को कड़ी सुरक्षा प्रदान की थी। भारी-भरकम फोर्स के साथ-साथ बिग बी की सुरक्षा में रशियन टैंक और चॉपर भी मौजूद रहते थे।
फ़िल्म ‘खुदा गवाह’ की लॉन्च पार्टी में अमिताभ बच्चन ने शूटिंग से जुड़े अनुभव साझा किये थे। और इसी पार्टी में उन्होंने राजीव गांधी का भी जिक्र किया।एक्टर ने बताया था कि राजीव गांधी ने शूटिंग के लिए निजी स्तर पर सारे प्रयास किये थे।
अनुभव साझा करते हुए अमिताभ ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, “शूटिंग के दौरान फइटर जेट प्लेन ऊपर से नजर रख रहे थे। आर्मी टैंक सेट के बाहर मौजूद थी। बिल्कुल युद्ध जैसा महसूस हो रहा था।”
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