वर्ष 2021 का अनुपूरक बजट मॉनसून सत्र के दूसरे दिन पेश किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस सत्र का बजट बुधवार 18 अगस्त को विधानमंडल में पेश किया जाएगा।
इस बजट के माध्यम से सरकार अपनी प्राथमिकता की योजनाओं को गति देगी। बजट का आकार 30 हजार करोड़ रुपए रखा गया है। सरकार की प्राथमिकताओं में अयोध्या, काशी के साथ ही गोरखपुर की विकास योजनाओं पर जोर देने की बात की जा रही है जिसके लिए बहुत सारी धनराशि इन क्षेत्रों के लिए दी जाएगी।
बजट के लिए जो विभिन्न क्षेत्रों से प्रस्ताव आए थे उसके लिए सोमवार देर शाम तक वित्त विभाग में मंथन चलता रहा। जिसके अंतर्गत बजट का खाका खींचना जोड़ना घटाना आदि चलता रहा। सरकार का उद्देश्य है कि अगले छह महीने में प्रमुख योजनाओं का काम तेजी से हो।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार बजट के माध्यम से वाराणसी में चल रहे श्रीकाशी विश्वनाथ कारीडोर प्रोजेक्ट के साथ ही वाराणसी के औद्योगिक क्षेत्र की योजनाओं को अच्छा खासा बजट दे सकती है। इसके साथ ही गोरखपुर की योजनाओं खासकर वहां के औद्योगिक क्षेत्र की योजनाओं के लिए बजट का प्रबंध हो सकता है। अयोध्या के विकास की योजनाओं के लिए भी अनुपूरक के माध्यम से अच्छी खासी धनराशि दिए जाने की चर्चाएं हैं। इसके साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, डिफेंस कारीडोर, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट का काम पूरा करने के लिए भी धनराशि का प्रबंध किया जा सकता है। साथ ही मनरेगा के मानदेय कार्मिकों के साथ ही अन्य विभागों के मानदेय कार्मिकों का मानदेय बढ़ाने की बात भी तय की गई है।
बताया जा रहा है कि उ.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए 600 करोड़ रुपये की मांग की गई है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों पर ग्रामीण क्षेत्रों में दाह संस्कार तथा अन्य प्रबंधों पर खर्च हुए स्वच्छ भारत मिशन की धनराशि के भरपाई का प्रबंध भी सरकार अनुपूरक के माध्यम से कर सकती है।