पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बड़ा आतंकी हमला देखने को मिला है, जिसमें 10 सैनिकों की मौत हो गई है. खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान के अशांत दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के केच जिले में ये हमला हुआ. बताया जा रहा है कि जब सुरक्षा बलों की एक जांच चौकी को आतंकवादियों ने निशाना बनाया तब इस हमले में दस सैनिकों की मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की सेना ने गुरुवार को इस हमले की जानकारी देते हुए कहा कि आतंकवादियों ने यह हमला 25-26 जनवरी की रात को किया था. सेना ने बताया इस हमले में 10 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि सेना की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया और कई अन्य घायल हो गए.
बता दे कि इस कार्रवाई में सेना ने तीन आतंकवादियों को पकड़ लिया है. वही इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है. ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से चल रहे हिंसक विद्रोह का गढ़ बना हुआ है. पहले भी इस क्षेत्र में बलूच उग्रवादी समूहों ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजनाओं को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं.
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के आगामी दिनों में आतंकी घटनाएं और ज्यादा बढ़ सकती हैं. हाल के दिनों में बढ़ी आतंकी घटनाओं के मद्देनजर स्थानीय मीडिया ने इस संबंध में विशेषज्ञों के हवाले से ये बात कही है. जिसे लेकर गृहमंत्री शेख राशिद ने कहा, ‘सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है. और यह अलर्ट लाहौर के अनारकली इलाके में हुए धमाके के बाद किया गया है,
खबरों के मुताबिक बढ़ती आतंकी घटनाओं और तहरीक एक तालिबान पर चिंता जताई गई है. बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने के बाद से पाकिस्तान में टीटीपी की आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं. वही केंद्रीय मंत्री राशिद ने बताया, 15 अगस्त 2021 के बाद से आतंकवाद की घटनाओं में करीब 35 फीसदी का इजाफा हुआ है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच यहां तक बहस छिड़ी है कि टीटीपी अलकायदा और ईटीआईएम के बीच कोई गुप्त समझौता हुआ है. इस समझौते की वजह कहीं न कहीं कूटनीतिक विवाद है