अभी हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी हिंदी वेबसाइट करने की खबर आई थी।
इन सबके पीछे खुद को John Wick बताने वाले Hacker समूह का हाथ था। समूह ने अपने इस कृत्य के पीछे अपनी अकारण बदनामी की बात कही।
क्या था मामला
हाल ही में पेमेंट गेट्वे कम्पनी Paytm का डेटा हैक हुआ था। खबर काफ़ी बड़ी थी क्योंकि Paytm निश्चित तौर पर एक बड़ी कम्पनी तो है ही साथ ही पिछले कुछ वर्षों में हो रहे तकनीकी बदलाव से भी भात की अग्रणी इकाइयों में से एक है।
अब इन सब के बीच अगर कोई डेटा हैकिंग की खबर आ जाए तो निश्चित ही चिंताजनक बात है। आनन फ़ानन में Cyber Security company साइबल ने Hacker समूह John Wick को इस paytm मामले का गुनहगार ठहरा दिया। हालाँकि paytm ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन इनकार भी नहीं किया।
बात साफ़ थी, अब John Wick को ही अपनी सफ़ाई में कुछ करना था।
Hacker समूह ने प्रधानमंत्री मोदी की निजी वेबसाइट narendramodi.in को ही निशाने पर लिया और बाद में ट्विट करके बताया कि यह काम उसने पिछले दिनों गलत आरोप को खारिज करने के लिए किया है। प्रधानमंत्री अकाउंट को हैक करने के पीछे इस उद्देश्य के अलावा कोई और मंशा नहीं थी।
इस निराले ढंग से अपनी निर्दोष होने की बात कहने पर एक तरफ इस समूह की वाह-वाही तो हो ही रही है, लेकिन इंटर्नेट के इस युग में सुरक्षा को बहुत सारे प्रश्न खड़े करती है अव्वल तो यह सुरक्षा एजेंसियों में इन सबूतों के दम पर इस समूह को कटघरे में खड़ा कर दिया।
दूसरे अपनी तकनीकी जानकारी की मदद से प्रधानमंत्री मोदी की निजी वेबसाइट को हैक करने की बात तो निश्चित ही उनका र्दोषी होने की तस्दीक़ करती है।
हालाँकि hacker समूह ने अपनी बात रखते हुए कहा की सुरक्षा में काफ़ी कमी है और तकनीक में अनुसंधान के लिए निवेश की आवश्यकता है। ऐसे में उनका सहयोग भी लिया जाय ताकि सुरक्षा के नए मानक स्थापित किया जा सके।