समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने संत समाज से माफी मांगी है। दरअसल अखिलेश यादव ने रविवार को हरिद्वार कुंभ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मारपीट के एक बड़े मामले में साधु-संतों से माफी मांगी है। महाकुंभ के बीच हरिद्वार में ज्योतिष और शारदा-द्वारका पीठ के जगदगुरु शंकाराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती से अखिलेश यादव ने मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। यही नहीं, शंकाराचार्य से मुलाकात से पहले अखिलेश ने उनके शिष्य और उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात की और उनका भी आशीर्वाद लिया। इस दौरान अखिलेश ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से माफी मांगी, जिस पर स्वामी मुक्तेश्वरानंद ने अखिलेश को माफी दे दी।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते साल 2015 में वाराणसी में साधु-संतों के साथ मारपीट हुई थी। पुलिस लाठीचार्ज में साधु-संत बुरी तरह से घायल हो गए थे। यही नहीं, तत्कालीन सरकार के समय में 1000 ये ज्यादा लोगों पर मारपीट और दंगा भड़काने का मुकदमा भी पुलिस ने दर्ज कर लिया था।
दरअसल वाराणशी में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए लाठीचार्ज में ज्योतिष और शारदा-द्वारका पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु शंकाराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद और बालकदास महाराज को उनके शिष्यों के साथ जमकर मारा पीटा गया था। संत समाज ने इस मारपीट का जोरदार विरोध दर्ज किया था, लेकिन इसके बावजूद उस समय मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। अब मारपीट के छह साल बाद अखिलेश यादव ने माफी मांगी है, जिसे संतों ने स्वीकार कर लिया है।