बिहार की सियासी सरगर्मी चरम पर है और तीखी बयानबाजी औऱ वार पलटवार का दौर जारी है। हाल ही में रिश्तों के टूटने-जुड़ने के बाद बिहार की सियासत में नए समीकरण भी तैयार हुए हैं। एनडीए में टूट के बाद चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच की तल्खी जगजाहिर हो चुकी है। वहीं आरजेडी तो पहले से ही लगातार सत्ता पक्ष पर सियासी कटाक्ष में लगी है। लेकिन इस सबके बीच बिहार से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जो इस पूरी सियासी खींचतान औऱ तल्खी से अलग है। दरअसल पक्ष-विपक्ष के कई दिग्गज एकसाथ एक ही जगह पर साथ दिखे।
दरअसल पटना में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के लिए श्रद्धांजलि सभा और ब्रह्मभोज का आयोजन किया गया था। पटना के वीरचंद पटेल पथ पर लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में सारे राजनीतिक विरोधी एक साथ एक ही जगह पर बैठे दिखाई दिए। चुनावी मौसम के व्यस्त दौर में भी और विरोधी होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे थे।
सभी नेताओं ने दिवंगत रामविलास पासवान की तस्वीर पर पुष्पांजलि दी। सभा के दौरान रामविलास पासवान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। जैसे ही नीतीश कुमार श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे तो राम विलास पासवान के बेटे और एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के पैर छुए और उनका आशीर्वाद लिया। इसके अलावा नीतीश कुमार ने ब्रह्मभोज में मिठाई खाकर रस्म भी निभाई। साथ ही चिराग पासवान की मां से मुलाकात कर उनका हाल-चाल पूछा और हिम्मत बंधाई।
दरअसल आठ अक्टूबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का दिल्ली के एम्स अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। 74 वर्षीय पासवान पिछले कई महीनों से बीमार थे। तमाम कोशिशों के बावजूद पासवान को बचाया नहीं जा सका। वहीं बिहार के सियासी समीकरण की बात करें तो एलजेपी ने नीतीश कुमार की अगुवाई में चुनाव लड़ने से इनकार करते हुए खुद को एनडीए से अलग कर लिया है जिसके बाद से कई बार चिराग पासवान नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साध चुके हैं।