उत्तराखंड में बड़े सियासी फेरबदल के बाद ऐसी ही कुछ हवा हरियाणा में भी चलती दिखाई दे रही है। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने खड़े होकर अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर अब चर्चा हो रही है। दो घंटे की बहस के बाद प्रस्ताव पर वोटिंग होना तय हुआ है।
अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस दौरान कहा कि मैं चाहता हूं कि इस मसले पर सीक्रेट वोटिंग होनी चाहिए। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि स्पीकर साहब आपको व्हिप जारी होने पर विधायक की सदस्यता रद्द होने का बयान नहीं देना चाहिए था। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने इसे लेकर नियमों का हवाला दिया है।
वहीं इस प्रस्ताव को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। मनोहर लाल ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से पहले कहा कि हम बिल्कुल आश्वस्त है और सरकार के खिलाफ जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है वो सदन में गिर जाएगा।
इस दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार जिस बहुमत के साथ बनी थी, उसी बहुमत के आधार पर अगले चार साल हरियाणा की जनता का विश्वास हासिल करेगी। आज के नेता प्रतिपक्ष जब मुख्यमंत्री थे तो खुद कान्ट्रैक्ट फार्मिंग का कानून लेकर आए थे। आज वो इस पर राजनीति कर रहे हैं।