ज्योति की रिपोर्ट
सामान्य जाति के लोगों को आरक्षण देने के केंद्र के फैसले का यूं तो सभी राजनीतिक दल स्वागत कर रहे हैं वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर से कर दी.
रावत ने कहा कि केंद्र के दस प्रतिशत आरक्षण के फैसले से सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार का फैसला ‘सबका साथ, सबका विकास’ की परिकल्पना को पूरा करने वाला है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “नरेंद्र मोदी 21वीं सदी के आंबेडकर हैं. वह खुद गरीब माता-पिता के बेटे हैं और उन्होंने समाज के सभी वर्गों के गरीबों के बारे में सोचा.” हालांकि, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस बयान पर राजनीतिक दलों की भी प्रतिक्रियाएं आईं.
गौरतलब है कि सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए 10% आर्थिक आरक्षण के प्रस्ताव वाले बिल को लोकसभा से मंजूरी मिल गई है. आरक्षण के लिए लाए गए 124वें संविधान संशोधन विधेयक को लोकसभा ने बहुमत के साथ पारित किया. बिल में सभी संशोधनों को बहुमत से मंजूरी दे दी गई. इस विधेयक के समर्थन में 323 वोट पड़े, जबकि महज 3 सांसदों ने इसके खिलाफ मतदान किया.