कोरोना प्रकोप को देखते हुए ना सिर्फ सामान्य लोगों का ध्यान रखा जा रहा है बल्कि जेल के कैदियों का भी सरकार द्वारा उतना ही ध्यान रखा जा रहा है।
जहां एक तरफ सामान्य लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किए गए और लोगों को वहां जाकर लगवाना पड़ा वहीं दूसरी तरफ जेल के कैदियों के लिए भी टीकाकरण शुरू किया गया था। ताकि उन सभी को सुरक्षित रखा जा सके। टीकाकरण के अलावा भी उनके लिए कई तरह के ऐतिहात बड़ते गए जिससे कि उन्हें जेल में किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के 3 जेलों में अब तक 10885 टीके दिए जा चुके हैं। यह जानकारी दिल्ली कारागार विभाग द्वारा शनिवार को दी गई। इन आंकड़ों के मुताबिक बृहस्पतिवार तक तिहाड़ जेल में 45 साल से ज्यादा उम्र के 1648 कैदियों और 45 साल से कम के 5750 कैदियों को कोविड-19 टीके की खुराक लगाई जा चुकी थी।
दूसरी ओर अगर रोहिणी की बात करें तो रोहिणी जेल में 45 साल से अधिक उम्र के 172 कैदियों और 45 साल से कम उम्र के 600 कैदियों को-वैक्सीन लगाई जा चुकी है। विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, बृहस्पतिवार तक मंडोली जेल में 45 साल से ज्यादा उम्र के 483 कैदियों और 45 साल से कम उम्र के 2232 कैदियों को कोविड-19 की खुराक दी जा चुकी है। महानिदेशक संदीप गोयल का कहना था कि, ‘जिन कैदियों को जेल के अंदर कोविड रोधी टीके की पहली खुराक लग चुकी है और वे अंतरिम जमानत या आकस्मिक परोल पर बाहर हैं तो उनसे अपने घर के पास डिस्पेंसरी या अस्पताल में टीके की दूसरी खुराक लगवाएं।’
उनका कहना था कि अगर उन्हें टीका लगवाने में किसी तरह की मुश्किल हो रही है तो वे जेल अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि, कारागार विभाग ने 18 मार्च को 45 साल से ज्यादा आयुवर्ग के लोगों के लिये कोविड टीकाकरण अभियान शुरू किया था, जबकि 18 से 44 आयुवर्ग के कैदियों के लिये टीकाकरण अभियान 18 मई को शुरू हुआ था। राष्ट्रीय राजधानी की जेलों में मार्च से कैदियों में कोरोना वायरस संक्रमण के 383 केस दर्ज किए गए थे, वहीं इस संक्रमण से आठ कैदियों की मौत हो गई थी। मार्च से लेकर अब तक कुल 225 जेल कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।