आज देश भर में 8 करोड़ छोटे दुकानदारों के संगठन कन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स और ट्रांसपोर्टर्स के संगठन ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन भारत बंद और चक्का जाम का आह्वान किया है। देश के खुदरा दुकानदार एमेजॉन जैसे रिटेल चेन के बढ़ते प्रभाव और कथित मनमानी से काफी वक्त से परेशान हैं। साथ ही इन संगठनों की तरफ से लगातार जीएसटी में बदलाव की भी मांग की जा रही है। इसी को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। साथ ही राज्यों के कई व्यापारी संगठनों ने भी इन मांगों का समर्थन किया है। आज ट्रांसपोर्टर्स अपने वाहनों को रोक देगे जिससे देश भर में माल की ढुलाई और लोगों की आवाजाही प्रभावित होगी।
क्या है ट्रांसपोर्टर्स की मांग ?
ट्रांसपोर्टर्स जीएसटी के तहत आने वाले ई-वे बिल नियमों का विरोध कर रहे हैं।
डीजल-पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों का भी विरोध किया जा रहा है।
ई-वे बिल न होने पर भारी जुर्माने का भी लगातार विरोध
क्या हैं छोटे व्यापारियों की मांग ?
जीएसटी नियमों में संशोधन कर टैक्स स्लैब को और सरल बनाने की मांग ।
कैट ने जीएसटी के कई प्रावधानों को ‘मनमाना’ और कठोर’ बताया।
एमेजॉन जैसे ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा कथित रूप से नियमों के उल्लंघन और मनमानी का भी विरोध।
बजट में भी कई ऐसे नए प्रावधान हैं जिससे कारोबार में जटिलता और बढ़ेगी।
एक नेशनल एडवांस रूलिंग अथॉरिटी बनाई जाए ।
एक अपीलेट ट्राइब्यूनल बनाया जाए।
जीएसटी से पहले और बाद के पीरियड के फंसे रिफंड को रिलीज किया जाए ।
जांच एजेंसियों द्वारा व्यापारियों के उत्पीड़न को रोका जाए।
हर जिले में जीएसटी कमिटी का गठन किया जाए ।