देश में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। वहीं इसे लेकर अब स्वास्थ्य सुविधाओं की किल्लत भी सामने आने लगी है। केंद्र ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते 50,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए टेंडर मांगे जाएंगे। इसके संसाधनों और उत्पादन क्षमता का अत्यधिक मामलों वाले 12 राज्यों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसे लेकर आदेश जारी किया जा रहा है। जरूरत वाले इन 12 राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं।
केन्द्र ने गुरुवार को राज्यों से कहा है कि वो मेडिकल ऑक्सीजन का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें। ये सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन की बर्बादी ना हो। केंद्र की तरफ से कहा गया है कि देश में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। केंद्र ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ मेडिकल ऑक्सीजन की खपत को राज्यों की आवश्यकताओं के साथ तालमेल रखना होगा।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के इलाज में मेडिकल ऑक्सीजन महत्वपूर्ण जरूरत है। महामारी से प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन समेत जरूरी चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के लिये मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान अधिकारियों के समूह का गठन किया गया था। मंत्रालय ने कहा कि ऑक्सीजन निर्माण इकाइयों में उत्पादन बढ़ाया गया है। पहले से स्टॉक मौजूद है। फिलहाल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मौजूद है।