बिहार चुनावों का सियासी संग्राम अब दोस्तों को दूर करता दिख रहा है। एनडीए में सीट बंटवारे पर चल रही तकरार ना सिर्फ तल्ख होती जा रही है बल्कि अब इसमे पोस्टव वॉर भी शुरू होता दिख रहा है। एनडीए में सीट शेयरिंग पर अभी तक कोई स्थिति साफ नहीं हुई है और विवाद लगातार कायम है। एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान एनडीए में सीट बंटवारे के ऑफर पर सहमत नहीं हैं और अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। और लगातार खबरें तेज हो रही हैं कि अगर समझौता नहीं हो पाता तो एलजेपी 143 सीटों पर बिहार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
विवाद के बीच सबसे ज्यादा तूल पकड़ा रहा है एलजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार वार करना। एलजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच अब सोशल मीडिया पर जारी किए गए एलजेपी के एक पोस्टर से नई सियासी बहस शुरू हो गई है। इस पोस्टर में बोल्ड अक्षरों में कहा गया है कि ‘मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं’।
इस पोस्टर में चिराग पासवान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़े दिख रहे हैं तो वहीं वहीं सीएम नीतीश कुमार को अलग खड़ा दिखाया गया है। इसके अलावा तंज कसते हुए नीतीश कुमार की तरफ सत्ता की कुर्सी के सपने को दिखाया गया है। वहीं नीतीश की तस्वीर के बैकग्राउंड में कोविड-19 के दौरान दूसरे राज्यों से पैदल लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को भी दिखाया गया है। इसके दूसरी तरफ चिराग पासवान और पीएम नरेंद्र मोदी के बैकग्राउंड में बिहार हो रहे विकास कार्यों को दिखाया गया है। साथ ही पोस्टर में चिराग के बिहार फर्स्ट के नारे को भी प्रमुख रूप से दिखाया गया है।
जैसे ही पोस्टर को सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया। यूजर्स ने इस पर लगातार प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया। दरअसल चिराग पासवान पीएम मोदी के फेस पर बिहार विधान सभा चुनाव लड़ने की बात कहते रहे हैं। दूसरी तरफ एलजेपी नेताओं की मंशा है कि चिराग को सीएम कैंडिडेट के तौरा पर बिहार चुनाव में दिखाया जाए। इसके अलावा जेडीयू की एंट्री की वजह से एलजेपी की सीटों में भी कटौती की संभावना है तो ये पूरा प्रकरण एक बड़े विवाद में तब्दील हो गया। हालांकि एनडीए में अभी भी सुलह की संभावना है और कई नेता इसे लेकर इशारा भी कर चुके हैं। लेकिन एलजेपी नेताओं की तरफ से आ रहे बयान लगातार इशारा कर रहे हैं कि इस विवाद की वजह से एनडीए में फूट की प्रबल संभावना है।