Varanasi Municiple Corporation felicitated in Garbage Free City Category by President of India देश की राजधानी के विज्ञान भवन में आज वाराणसी नगर निगम को सम्मानित जाएगा।
राष्ट्रपति गार्बेज फ्री सिटी और सफाई मित्र चैलेंज की श्रेणी में उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों से पुरस्कार लेने के लिए वाराणसी नगर निगम की महापौर मृदुला जायसवाल देश की राजधानी पहुंच गई हैं।
बताया जा रहा है की देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण व जीएफसी (गार्बेज फ्री सिटी) के लिए शासन द्वारा सर्वे कराया गया था।
इसमें सर्वे में वाराणसी नगर निगम ने प्रथम स्थान हासिल किया है। पुरस्कार से पहले रेटिंग की घोषणा आज दिल्ली में होने वाले समारोह में की जाएगी।
ज्ञात हो कि वाराणसी शहर से रोजाना 600 एमटी कचरा निकलता है। और अभी
इसका निस्तारण करसड़ा प्लांट और शहर के अन्य छोटे-छोटे वेस्ट टू एनर्जी प्लांटों पर किया जाता है।
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इससे पहले ठोस कचरा प्रबंधन की प्रतिस्पर्धा का सेमीफाइनल वाराणसी ने जीत लिया है।
भारत सरकार से संबद्ध स्काच संस्था ने इसका प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
दिसंबर में अहमदाबाद में देश के सभी स्वच्छ शहरों की इस प्रतियोगिता पर फैसला किया जाएगा।
अहमदाबाद में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए सूचना, नए सिरे से जारी की जाएगी।
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अहमदाबाद में होने वाली प्रतियोगिता में ठोस कचरा प्रबंधन पर वाराणसी नगर निगम के प्रयासों का ख़ास प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
हालांकि, इस प्रतियोगिता में कचरा प्रबंधन के 2 बिंदुओं पर फैसला किया जा रहा है जिन ठोस कचरा के पुर्नउपयोग तथा निपटारे को शामिल किया गया है।
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नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह ने बताया कि स्काच कंपनी ने अप्रैल में सर्वे किया था। खाली प्लांट में कचरे से खाद, जमीन के गड्ढे भरने के लिए अवशेष तैयार किया जाता है।
पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए आबादी से दूर बने इस प्लांट में हरियाली की पर्याप्त व्यवस्था है।
कचरा प्रबंधन के साथ ही भविष्य की योजनाओं के आंकलन पर हुई प्रतियोगिता में वारासणी नगर निगम ने सेमीफाइनल जीता है। दिसंबर में फाइनल में भी हमारी जीत होगी।
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अधिशासी अभियंता अजय कुमार ने बताया कि पुर्नउपयोग में खाद, कोयला और बिजली बनाने की प्रक्रिया है और जिन कचरे का पुर्नउपयोग नहीं हो पाए सका विज्ञान के तहत पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना निपटारा किया जाता है।
दोनों ही क्षेत्रों में वाराणसी नगर निगम का प्रदर्शन बेहतर है।