NEWS DESK भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पश्चिम बंगाल के मालदा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने राज्य की टीएमसी सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया है। मालदा रैली में अमित शाह ने कहा कि, आज बंगाल में लोकसभा चुनाव का श्रीगणेश करने आया …
Read More »दिल्ली-NCR में बिन मौसम के बारिश, कहीं पड़े ओले तो कहीं छाया घना अंधेरा
NEWS DESK राजधानी दिल्ली में मंगलवार को मौसम ने अचानक करवट बदली है, सुबह करीब 9 बजे अचानक घने बादल आ गए जिसके कारण घना अंधेरा छा गया।दिल्ली के कई इलाको में ओले भी गिरे। बताते चले रात से हो रही बारिश के कारण तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई। संडे सुबह करीब 5 बजे …
Read More »ब्रेकिंग:- रूसी तट के पास दो जहाजों में आग लगने से 11 लोगों की मौत, 15 भारतीय भी थे सवार
रूस से क्रीमिया को अलग करने वाले केर्च जलडमरूमध्य में दो पोतों में आग लग गई। बता दें इस हादसे में कम से कम 11 लोगों की मौत हो चुकी है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इन पोतों के चालक दल के सदस्यों में भारत, तुर्की और लीबिया के भी नागरिक शामिल …
Read More »जानें क्या है चाय का इतिहास / History Of Tea in India
News Desk हम भारतीयों की मॉर्निंग तब तक गुड नहीं होती जब तक सुबह की शुरुवात एक कप चाय की प्याली से ना हो, चाय हमारी ज़िन्दगी में अपनी ख़ास जगह बना चुकी है लेकिन क्या हम ये जानते हैं चाय की उत्पत्ति कहां से हुई है ? और क्या है चाय …
Read More »जानिए क्या है ‘SWINE FLU’, कैसे करें इस खतरनाक बीमारी से बचाव
News Desk हर किसी चीज की एक स्टेज होती है फिर वह जीवन चक्र हो या किसी काम की स्थिति। शुरूआती दौर में हर स्थिति गंभीर और कई बार असहज भी होती है। ठीक ऐसा ही किसी बीमारी में होता है। स्वाइन फ्लू के जीवन चक्र के बारे में बात …
Read More »जानें ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान कब और क्यों बना ? क्या है इसके पीछे की कहानी ?
News Desk जैसा की हम सभी जानते हैं कि भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ है लेकिन क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रगान क्या होता है? ये कैसे बना क्यों बना और क्या है इसके पीछे की कहानी ? राष्ट्रगान एक ऐसा गाना होता जो किसी भी देश के इतिहास और परंपरा …
Read More »जानिए संडे के दिन की छुट्टी का इतिहास ? जानते हैं सब कुछ
ये बात तब की है जब भारत में अंग्रजो का शासन हुआ करता था। उस समय अंग्रेजो के जुल्म से भारतीय बहुत परेशान हो चुके थे। इनके राज में सबसे ज्यादा दयनीय स्थिती मजदूरों की थी। मजदूरों को कोई भी छुट्टी नहीं मिलने के कारण हफ्ते के सातों दिन काम …
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